अनिकेत त्रिवेदी, पटना. आने वाले समय में पूरे राज्य में ट्रैफिक की समस्या को दूर करने और रोड सेफ्टी के मानकों की मॉनीटरिंग व सुधार को लेकर एक आइजी ट्रैफिक का पद रहेगा.
पुलिस विभाग इसका प्रस्ताव बना कर राज्य सरकार को भेज रही है. इसके अलावा सभी जिलों में ट्रैफिक एसपी से लेकर थाना स्तर की भी तैनाती की जायेगी.
पटना, भोजपुर, कटिहार, राजगीर जैसे अन्य कुछ शहरों के तर्ज पर सभी जिला मुख्यालय में ट्रैफिक को लेकर अलग से विंग बनाया जायेगा.
जो सभी जगहों पर ट्रैफिक व्यवस्था को बेहतर करेगी. सीएम नीतीश कुमार की समीक्षा के बाद पुलिस विभाग इन मुद्दों पर प्रस्ताव बना रहा है.
अब स्थायी रूप से सभी जिलों में क्राइम ब्रांच की टीम रहेगी. कांडों की अनुसंधान के लिए इस विंग में अलग से पुलिस अफसरों की प्रतिनियुक्ति भी की जायेगी.
पुलिस विभाग के आला अधिकारी ने बताया कि राज्य में क्राइम का ग्राफ कम हुआ है, लेकिन समय के साथ क्राइम के नेचर में बदलाव देखे जा रहे हैं.
उदाहरण के तौर पर सोना लूट आदि कांडों से कोलकाता, राजस्थान आदि राज्य से इंटर स्टेट क्राइम के तार जुड़ रहे हैं.
इसलिए इस तरह की मॉनीटरिंग के लिए पुलिस मुख्यालय की सीआइडी शाखा में एक विशेष कोषांग का गठन किया जा रहा है.
कोषांग जिला या डीआइजी स्तर के पुलिस पदाधिकारियों को बदले क्राइम नेचर के अनुसार प्रशिक्षित भी करेगा.
इसके अलावा जिलों में सीआइडी की ओर से की जा रही घटनाओं की जांच की भी मॉनीटरिंग करेगा. गौरतलब है कि फिलहाल कुछ जिलों में क्राइम ब्रांच की टीम है और कुछ बड़ी घटनाओं में मुख्यालय स्तर से टीम जा कर जांच करती है.
सीआइडी में आने वाले दिनों में कुछ पदों पर बहाली भी की जायेगी. फिलहाल राज्य 80 से अधिक स्वान दस्ते हैं. उन स्वान को सभी प्रशिक्षण व देखभाल के लिए हैंडलर की भी बहाली का प्रस्ताव तैयार किया गया है.
कुल 300 के लगभग पदों पर बहाली होगी. आने वाले दिनों में सीआइडी की तरफ से क्राइम डाटा को लेकर भी राज्य स्तर पर फैलाने का काम किया जायेगा. अपराध को रोकने के लिए अलग से मॉनीटरिंग की जायेगी.
Posted by Ashish Jha