कोलकाता: उत्तर कोलकाता के बेलगछिया इलाके में भाजपा सांसद अर्जुन सिंह की सभा में अज्ञात युवकों के हमला किये जाने को लेकर बेलगछिया ट्राम डीपो के निकट इलाका रणक्षेत्र में तब्दील हो गया. तृणमूल व भाजपा समर्थक इस घटना को लेकर आपस में उलझ पड़े. दोनों पक्ष के बीच जम कर एक-दूसरे पर पथराव किया गया.
इस झमेले में इलाके में तीन राउंड हवाई फायरिंग हुई. घटना शुक्रवार शाम 4.30 बजे के करीब की है. भीड़ के पथराव से सांसद को उनके सुरक्षाकर्मी सुरक्षित बचा कर वहां से निकाल ले गये. इस घटना में पुलिस की भूमिका पर सवाल खड़े हो रहे हैं. इस घटना की जानकारी मिलते ही राज्य चुनाव आयोग ने उल्टाडांगा थाने से पूरे मामले की जांच रिपोर्ट मांगी है.
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प्राप्त जानकारी के मुताबिक, अर्जुन सिंह काशीपुर-बेलगछिया विधानसभा क्षेत्र में भाजपा उम्मीदवार शिवाजी सिंह राय की सभा में भाषण देने पहुंचे थे. इस दौरान जैसे ही सांसद मंच पर भाषण देना शुरू किये, तभी करीब 50 से 70 की संख्या में लोग वहां पहुंच गये. वे कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले के कारण सभा को बंद करने की बात कह रहे थे. इसी बीच कुछ लोगों ने मंच पर पथराव शुरू कर दिया. कुछ बदमाश मंच पर चढ़ कर तोड़फोड़ करने लगे. वहां रखी गयी कुर्सियां तोड़ने लगे. इसे लेकर दोनों पक्ष के बीच मारपीट शुरू हो गयी.
आरोप है कि इस हंगामे के दौरान तीन राउंड हवाई फायरिंग की गयी. इसी बीच सांसद को उनके सुरक्षा गार्ड सुरक्षित वहां से निकाल ले गये. हमले में भाजपा उम्मीदवार शिवाजी सिंह राय को भी चोट लगी है. सीआइएसएफ का एक जवान भी जख्मी हुआ है. खबर पाकर उल्टाडांगा थाने की पुलिस वहां पहुंची और लाठीचार्ज कर स्थिति को सामान्य किया. शाम सात बजे तक स्थिति को सामान्य किया गया. इस घटना के बाद से इलाके में पुलिस पिकेट बिठाया गया है.
इस हमले पर भाजपा सांसद अर्जुन सिंह ने कहा, सत्ताधारी पार्टी की तरफ से मुझ पर काफी हमले किये गये, लेकिन आज महसूस हुआ कि मुझे जान से मार देंगे. हमले में शामिल लोग मार देने की बात कह रहे थे.मुझ पर पथराव कर मंच तोड़ने लगे. सुरक्षागार्ड की वजह से मेरी जान बच सकी. इलाके में इस दौरान गोली चलने की आवाज भी मैने सुनी, लेकिन गोली किसने चलायी इसकी जानकारी मुझे नहीं है. इस घटना में पुलिस की भूमिका भी संदेह है. पुलिस की तरफ से तुरंत कोई कार्रवाई नहीं की गयी. इसके कारण मामला बढ़ गया.
चुनाव आयोग की तरफ से इस मामले की जांच रिपोर्ट थाना प्रभारी से मांगी गयी है. घटना के समय वहां कितनी संख्या में पुलिस थी? क्यों तुरंत कार्रवाई नहीं की गयी? इसका जवाब भी देने को कहा गया है.
Posted By: Aditi Singh