पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में सबसे हॉट सीट बने नंदीग्राम को जीतने के लिए बीजेपी और टीएमसी ने पूरा जोर लगा दिया है. ममता बनर्जी और शुभेंदु अधिकारी के यहां से चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद नंदीग्राम का संग्राम और मजेदार हो गया है. शुभेंदु अधिकारी खुद को यहां का भूमिपुत्र बता रहे हैं. वहीं ममता को जिताने के लिए टीएमसी के बड़े नेता यहां पर कैंप किये हुए हैं.
टीएमसी के नेता यहां पर केंद्र सरकार की नीतियों और बढ़ते महंगाई को मुद्दा बना रहे हैं. इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक टीएमसी सासंद सुखेंदु शेखर रॉय लोगों से जनसंपर्क अभियान कर रहे हैं. चाय दुकानों पर चाय पीते हुए प्रट्रोल डीजल के बढ़ते दामों पर चर्चा कर रहे हैं.
साल 2007 के आंदोलन की तरह ही टीएमसी के नेता घर घर जा रहे हैं. वहां के लोगों से मुलाकात कर उनका हाल-चाल जान रहे हैं. प्रचार अभियान में जुटे एक टीएमसी नेता ने बताया कि ममता बनर्जी का यहां रहकर प्रचार करना संभव नहीं है क्योंकि उन्हें पूरे राज्य में प्रचार अभियान चलाना है.
जब से ममता ने नंदीग्राम से चुनाव लड़ने की घोषणा की है तब से यह सीट विधानसभा चुनाव में टीएमसी की लिए प्रतिष्ठा का विषय बन गयी है. वहीं टीएमसी नेताओं का आरोप यह भी है कि बीजेपी और आरएसएस कैडर के नेता यहां पर सांप्रदायिक भावनाओं को हवा दे रहे हैं. इसलिए नंदीग्राम के स्थानीय टीएमसी नेताओं के लिए उनका मुकाबला करना आसान नहीं है. इस कारण ने टीएमसी के प्रदेश स्तर के नेता यहां पर जमें हुए हैं.
सुखेंदु शेखर रॉय ने कहा कि पार्ची की प्रचार रणनीति के तहत हम यहा नुक्कड़ नाटकों पर ज्यादा जोर दे रहे हैं. हम व्यापक प्रचार अभियान चला रहे हैं ग्रामीणों के साथ छोटी-छोटी बैठकें कर रहे हैं. इसके अलावा पार्टी कार्यकर्ताओं को यह भी बताया जा रहा है कि आम जनता के बीच जाकर क्या बोलना है और क्या नहीं बोलना है. प्रचार अभियान के सभी सामग्रियों की आपूर्ति की जा रही है ममता सरकार के सकारात्मक एजेंडे और विकास को लोगों तक पहुंचाया जा रहा है.
सूत्र बताते हैं कि सभी नेता यहां पर 29 मार्च तक रहेंगे. इस दिन इस क्षेत्र में प्रचार अभियान का आखिरी दिन होगा. स्टेट टीएमसी हेड सुब्रत बख्शी की देख रेख में यहां पर पूरा प्रचार अभियान चल रहा है. उनके साथ कोलकाता के मेयर इन काउंसिल सुशांत घोष और स्थानीय नेता अबु सुफियान,अबु ताहेर समेत कई नेता कार्य कर रहे हैं.
Posted By: Pawan Singh