कोलकाता : बंगाल विधानसभा चुनाव के मतदान में अब बेहद कम समय बाकी रह गया है. मंगलवार को पहले चरण में नामांकन कराने की तिथि खत्म हो गयी. 30 सीटों पर सोमवार दोपहर 3:30 बजे तक 107 उम्मीदवारों ने पर्चा भरा था. चुनाव आयोग अतिरिक्त मुख्य चुनाव अधिकारी संजय बोस ने यह जानकारी दी.
उन्होंने बताया कि आखिरी दिन कितने उम्मीदवारों ने पर्चा भरा, इसकी पूरी जानकारी बुधवार को जारी करेंगे. उन्होंने कहा कि दूसरे चरण में मतदान के लिए भी पर्चा भरा जा रहा है. सोमवार दोपहर 3:30 बजे तक 29 प्रत्याशियों ने नामांकन भरा है.
पहले चरण में राज्य के पांच जिलों की 30 विधानसभा सीटों के लिए 27 मार्च को वोट पड़ेंगे. इनमें पुरुलिया, पूर्वी व पश्चिमी मेदिनीपुर, झाड़ग्राम और बांकुड़ा जिले शामिल हैं. पुरुलिया व झाड़ग्राम की सभी विधानसभा सीटों के लिए मतदान होंगे, जबकि पूर्व व पश्चिम मेदिनीपुर और बांकुड़ा की कुछ सीटों के लिए वोट पड़ेंगे. वहां की बाकी सीटों के लिए दूसरे चरण में मतदान होगा.
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संजय बोस ने बताया कि चुनाव आयोग द्वारा नियुक्त किये गये चार पर्यवेक्षक लगातार बैठक कर रहे हैं. वे वर्चुअल बैठक भी कर रहे हैं. अतिरिक्त चुनाव अधिकारी ने बताया कि बंगाल के लिए नियुक्त पर्यवेक्षक जल्द ही जिलों का दौरा शुरू करेंगे. विशेष पर्यवेक्षक अजय नायक (जनरल), पुलिस पर्यवेक्षक विवेक कुमार दुबे व मृणाल कांति दास और प्रत्याशियों के आय-व्यय का पर्यवेक्षण की जिम्मेदारी वी मुरली कुमार को दी गयी है.
कोलकाता जिला चुनाव अधिकारी (जिला मजिस्ट्रेट) के कार्यालय द्वारा जारी एक सूचना में सरकारी कर्मचारी के रूप में स्कूलों के शिक्षक-शिक्षिकाओं को प्रिजाइडिंग ऑफिसर के रूप में ट्रेनिंग देने की प्रक्रिया में 11 मार्च को भी ट्रेनिंग सत्र रखा गया है. 11 मार्च को शिवरात्रि है. वोटकर्मी ऐक्य मंच की ओर से इसका विरोध जताया गया है.
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मंच की ओर से निर्वाचन कमीशन को पत्र लिखकर शिवरात्रि के दिन होने वाली ट्रेनिंग का दिन बदलने की अपील की गयी है. इस विषय में वोटकर्मी ऐक्य मंच के राज्य सचिव सपन मंडल का कहना है कि शिवरात्रि के दिन सरकारी छुट्टी है. सभी कार्यालय बंद रहेंगे. शिक्षक-शिक्षिकाओं को चुनाव की ट्रेनिंग के लिए बुलाया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि शिवरात्रि के दिन महिलाएं भी पूजा-पाठ व उपवास रखती हैं. इस स्थिति में उनको परेशानी हो सकती है. इस तिथि को बदलने की अपील की गयी है. मंच के सदस्यों का कहना है कि यह चुनाव आयोग मनमानी कर रहा है. पर्व के दिन ट्रेनिंग की तिथि नहीं रखनी चाहिए.
Posted By : Mithilesh Jha