दुमका : दुमका जिले में हेल्थकेयर व फ्रंटलाइन वर्कर्स को कोरोना की वैक्सीन लगाने की कार्य योजना बन चुकी है. अब तक चिह्नित किये गये ऐसे 4614 स्वास्थ्य कर्मियों का डाटाबेस संबंधित पोर्टल में अपलोड किया जा चुका है. इसके अतिरिक्त आंगनबाड़ी कर्मियों (सेविका व पोषण सखी) को भी पहले फेज में वैक्सीन देने की योजना है. जिले में कोरोना की वैक्सीन देने के लिए सभी 10 प्रखंड मुख्यालय में अवस्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व जिला मुख्यालय स्थित दुमका मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल को टीकाकरण केंद्र बनाया गया है.
मिली जानकारी के मुताबिक सभी क्षेत्रों में वैक्सीन की उपलब्धता सुनिश्चित कराने व उसके भंडारण के इंतजाम को लेकर जिले के अलग-अलग हिस्सों में 12 कोल्ड चेन प्वाइंट बनाये गये हैं. वर्तमान में दुमका जिले के पास वैक्सीन के भंडारण के लिए संसाधन के तौर पर 27 आइस लाइंड रेफ्रिजरेटर (आइएलआर) व 25 डीप फ्रीजर कार्यशील स्थिति में हैं. इसमें 7 लाख 12 हजार वैक्सीन के भंडारण की क्षमता है.
दो लाख से अधिक ऐसे वैक्सीन इन आइएलआर व डीप फ्रीजर में रखे हुए हैं, जिनका उपयोग नियमित टीकाकरण में होता है. ऐसे में पांच लाख से अधिक वैक्सीन डोज को रखने की वर्तमान क्षमता है, जबकि जिले को सरकार के स्तर से आठ और नये आइएलआर एवं छह नये डीप फ्रीजर आवंटित किये जा रहे हैं. इनके उपलब्ध होते ही लगभग आठ लाख कोरोना की वैक्सीन रख पाने की क्षमता जिले में होगी.
हर कोरोना वैक्सीन सेंटर अर्था सेशन साइट में पांच-पांच कर्मियों की टीम होगी, जो टीकाकरण का कार्य संपन्न करायेगी. कोरोना के वैक्सीन को योजनाबद्ध तरीके से लगाने के लिए जिलास्तरीय व प्रखंड स्तरीय टॉस्क फोर्स की बैठकें की जा चुकी हैं. वैक्सीनेटरों की ट्रेनिंग सात जनवरी को दी जायेगी.
जिले में 12 कोल्ड चेन प्वाइंट बनाये गये हैं. 27 आइएलआर व 25 डीप फ्रीजर हमारे पास उपलब्ध हैं. 8 आइएलआर व 6 डीप फ्रीजर जल्द उपलब्ध होंगे. इनके आने से हमारे पास वैक्सीन को रख पाने के लिए पर्याप्त जगह होगी. अभी काठीकुंड व गोपीकांदर में एक-एक आइएलआर हैं, वहां एक-एक अतिरिक्त आइएलआर भेजा जायेगा.
डॉ अनंत कुमार झा, सिविल सर्जन
चरणबद्ध तरीके से सभी तक कोरोना पहुंचाना है. पहले चरण में स्वास्थ्यकर्मियों व कोरोना वरियर्स को वैक्सीन दी जानी है. उसके बाद फ्रंटलाइन वर्कर्स व अधिकारियों को वैक्सीन दी जायेगी. अस्पतालों में दिये जायेंगे. जिले में तकरीबन आठ लाख वैक्सीन स्टोरेज की क्षमता है. जांच में जो कमी दिखी है, उसे दुरुस्त कर लिया गया है.
राजेश्वरी बी, उपायुक्त, दुमका
Posted By : Sameer Oraon