श्रीनगर / नयी दिल्ली : कश्मीर में बर्फबारी और उत्तर भारत के पहाड़ों और मैदानी इलाकों में बारिश होने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया. कश्मीर घाटी में मंगलवार को भी बारिश हुई. इससे जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग और मुगल रोड बंद रहा. इससे कश्मीर का संपर्क देश के दूसरे हिस्सों से टूट गया. राजमार्गों पर हजारों वाहन फंसे हैं. वहीं, मैदानी इलाकों में 8-9 जनवरी के बाद मौसम साफ होने पर शीतलहर की वापसी की संभावना है.
इधर, उत्तर भारत के मैदानी इलाकों पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश समेत दिल्ली में मंगलवार को भी बारिश हो रही है. पंजाब और हरियाणा में आज भी व्यापक रूप से बारिश की संभावना जतायी गयी है. अमृतसर, फरीदकोट, श्रीमुक्तसर साहिब समेत पश्चिमी जिलों में बुधवार तक मूसलाधार बारिश के साथ ओले गिरने की भी संभावना जतायी गयी है.
जम्मू-कश्मीर: श्रीनगर में आज बर्फबारी हो रही है। pic.twitter.com/9sJgZvxbYW
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 5, 2021
न्यूज एजेंसी भाषा के मुताबिक, यातायात नियंत्रण विभाग के एक अधिकारी ने कहा है कि, ”जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग विभिन्न स्थानों, खासकर जवाहर सुरंग के आसपास बर्फ के इकट्ठा होने के कारण बंद है.” साथ ही कहा कि बर्फ हटाने का काम जारी है. 260 किलोमीटर लंबे मार्ग पर फंसे वाहनों को निकालने की पूरी कोशिश की जा रही है. शोपियां-रजौरी के रास्ते जम्मू और श्रीनगर को जोड़नेवाली मुगल रोड, क्षेत्र में भारी बर्फबारी से कई दिनों से बंद है.
उन्होंने बताया कि दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले में सबसे अधिक बर्फबारी हुई. यहां कुछ स्थानों पर तीन से चार फुट तक बर्फ इकट्ठा हो गयी है. अनंतनाग जिले में भी भारी बर्फबारी हुई. श्रीनगर में पिछले तीन दिनों से मध्यम बर्फबारी हो रही है, लेकिन बर्फ हटाने के अभियान के जारी होने से वहां यातायात की आवाजाही सुचारू रूप से जारी है.
साथ ही कहा कि खराब दृश्यता के कारण श्रीनगर में लगातार दूसरे दिन विमान सेवाएं निलंबित रहीं. मौसम विज्ञान विभाग के मुतबिक, अगले 24 घंटे में दक्षिण कश्मीर, गुलमर्ग, बनिहाल-रामबन, पुंछ, राजौरी, किश्तवाड़ और जंस्कार, द्रास के अलावा केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में ऊंचाईवाले इलाकों में मध्यम से भारी बर्फबारी का पूर्वानुमान है.
उत्तरखंड में भी बारिश और हिमपात देखने को मिला. आठ जनवरी तक पर्वतीय इलाकों में रुक-रुक कर मध्यम से भारी बारिश और हिमपात की संभावना जतायी गयी है. बारिश और बर्फबारी के कारण दिन का तापमान अधिकतर इलाकों में सामान्य से नीचे रहने की संभावना है. वहीं, मैदानी इलाकों में सुबह और रात में शीतलहर में राहत मिलेगी. 8-9 जनवरी के बाद उत्तर भारत के इलाकों में मौसम साफ होने पर शीतलहर की वापसी की संभावना है.