चतरा : धान की खरीदारी के लिए किसानों को 13 दिन से एसएमएस नहीं भेजा जा रहा है, जिसके कारण किसान धान नहीं बेच पा रहे है. किसान हर रोज मैसेज आने का इंतजार कर रहे हैं. जिले में धान की खरीदारी एफसीआइ कर रहा है. जिले के 12 प्रखंडों में धान की खरीदारी होनी है, लेकिन अब तक कई प्रखंडों में अबतक धान क्रय केंद्र नहीं खुला है. जहां खुला भी है, वहां बहुत धीमी गति से धान की खरीदारी हो रही है.
पत्थलगड्डा, कुंदा, इटखोरी व लावालौंग प्रखंड में धान की खरीदारी अब तक शुरू नहीं हुई है. पत्थलगड्डा प्रखंड में किसानों की संख्या 908 हैं. यहां 23,359.12 क्विंटल धान की खरीदारी करनी है, लेकिन अबतक एक किलो भी धान की खरीदारी नहीं हुई है. जिले के 1409 किसानों को मैसेज भेजा गया है, जिसमें 124 किसानों ने अबतक 6202.80 क्विंटल धान बेच पाये है. जिले में 15 हजार मीट्रिक टन धान खरीदारी का लक्ष्य है.
जिले में निबंधित किसानों की संख्या 13,216 है. इसमें गिद्धौर में 490, चतरा में 1200, हंटरगंज में 1748, इटखोरी में 1513, कान्हाचट्टी में 1355, कुंदा में 325, लावालौंग में 671, मयूरहंड में 1084, पत्थलगड्डा में 908, प्रतापपुर में 1648, सिमरिया में 1594 व टंडवा में 679 किसान निबंधित हैं.
सदर प्रखंड के सोनपुर के किसान अनिल सिंह ने कहा कि धान बेचने के लिए अभी तक मैसेज नहीं आया है. कई दिनों से मैसेज आने का इंतजार कर रहे हैं. मैसेज नहीं आने से ओहपोह की स्थिति बनी हुई है. टिकुलिया के शैलेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि 13 दिन से मैसेज आने का इंतजार कर रहे है. धान घर में रखकर मैसेज का इंतजार कर रहे है. हासबो के रामलखन सिंह ने कहा कि पैसे की आवश्यकता है. धान की बिक्री नहीं होने से परेशानी हो रही है.
एफसीआइ मैनेजर उमेश कुमार ने कहा कि एनआइसी में गड़बड़ी के कारण किसानों को मैसेज नहीं जा रहा है. इसकी जानकारी उपायुक्त व डीएसओ को दी गयी है. जिन किसानों को मैसेज भेजा गया है, वे गोदाम में आकर धान की बिक्री कर रहे हैं. शेष बचे प्रखंडों में दो-तीन दिनों के अंदर धान क्रय केंद्र खोल कर धान की खरीदारी शुरू कर दी जायेगी.
Posted By : Sameer Oraon