राजस्थान सरकार ने मकर संक्रांति(Makar Sankranti 2021) के दिन पतंगबाजी के लिए इस्तेमाल होने वाले चाइनीज मांझे की बिक्री पर रोक (chinese manjha ban) लगा दी है. गृह विभाग (home department rajasthan) ने सभी जिलों को इस मामले में आदेश जारी किया है. विभाग ने इसे बैन किए जाने के पीछे इसके जानलेवा होने की दलील दी है.
राजस्थान में गहलोत सरकार मकर संक्रांति 2021 को लेकर गंभीर है. सूबे में पतंगबाजी का क्रेज हर साल देखा जाता है. वहीं हर साल पतंगबाजी को लेकर अप्रिय घटनाएं भी सामने आती रही हैं. लोग इस दिन पतंगबाजी के दौरान पेंच लडाने के लिए चाइनीज मांझे का इस्तेमाल काफी ज्यादा करते हैं. जो कई बार जानलेवा भी साबित हो जाती है. इस बार सरकार ने चाइनीज मांझे के बिक्री को ही बैन कर दिया है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, राजस्थान के गृह विभाग ने इसकी बिक्री व इस्तेमाल पर रोक लगाने के लिए सभी जिला मजिस्ट्रेट, जयपुर और जोधपुर के पुलिस आयुक्त को आदेश जारी कर दिया है. विभाग ने इसे लेकर अपनी दलील भी सामने रखी है. उनका कहना है कि यह मांझा कई धातुओं को मिलाकर तैयार किया जाता है, जो पतंग के पेंच लड़ाने में अधिक कारगर होता है. इसलिए लोग इसका इस्तेमाल पतंगबाजी में ज्यादा करते हैं. लेकिन यह जानलेवा है.
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बताया जाता है कि कई धातुओं से मिलकर बने ये मांझे बेहद धारदार व विद्युत के सुचालक (Conductor) होते हैं. सड़क पर चलने वाले दुपहिया वाहनों के सवारी के लिए यह जानलेवा बनता है. वहीं पक्षियों को भी इसके कारण अपना जान गंवाना पड़ता है. विद्युत के सुचालक इन मांझों का इस्तेमाल करते समय अगर यह बिजली के तारों से संपर्क में आ जाए तो पतंगबाजी कर रहे व्यक्ति की मौत तक हो सकती है. इसलिए सरकार ने इस बार इन हादसों को आमंत्रित करने वाले इन मांझों की बिक्री व उपयोग पर बैन लगा दिया है.