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डीएम का आदेश भी किसानों को नहीं दे सका न्याय, धान बेच रहे किसानों को 48 घंटे बाद भी नहीं मिली राशि

किसानों को व्यापारियों एवं बिचौलियों के चंगुल में फंसने से बचाकर उसके उत्पादन का उचित मूल्य दिलाने की सरकारी व्यवस्था जिले में लड़खड़ा रही है. जबकि धान बेच रहे किसानों को 48 घंटे में खाते में पैसा देने की सरकार की घोषणा पूरी तरह से फेल है. जिले में एक माह से धान की खरीद की जा रही है. जिले को 60 हजार मिट्रिक टन धान अधिप्राप्ति का लक्ष्य दिया गया है. जिसके विरुद्ध अब तक मात्र 10758.524 एमटी धान 1887 किसानों से खरीद की जा सकी है. जबकि मात्र 1214 किसानों को ही खाता के माध्यम से अब तक 133399444.98 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा रहा है.

किसानों को व्यापारियों एवं बिचौलियों के चंगुल में फंसने से बचाकर उसके उत्पादन का उचित मूल्य दिलाने की सरकारी व्यवस्था जिले में लड़खड़ा रही है. जबकि धान बेच रहे किसानों को 48 घंटे में खाते में पैसा देने की सरकार की घोषणा पूरी तरह से फेल है. जिले में एक माह से धान की खरीद की जा रही है. जिले को 60 हजार मिट्रिक टन धान अधिप्राप्ति का लक्ष्य दिया गया है. जिसके विरुद्ध अब तक मात्र 10758.524 एमटी धान 1887 किसानों से खरीद की जा सकी है. जबकि मात्र 1214 किसानों को ही खाता के माध्यम से अब तक 133399444.98 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा रहा है.

धान खरीद की रफ्तार धमी, 48 घंटे में नहीं हो पा रहा रहा भुगतान

जिले के 9 प्रखंड के 69 पैक्स व 5 व्यापार मंडल द्वारा धान खरीद किया जा रहा है. लाख प्रयास के बावजूद धान खरीद की रफ्तार में तेजी नहीं आ रही है. यहीं कारण है कि लक्ष्य के अनुरूप धान की अधिप्राप्ति नहीं हो रही है. जबकि सरकारी आदेश के अनुसार 31 मार्च तक ही धान की खरीद होना है.

लक्ष्य से काफी पीछे चल रही धान की अधिप्राप्ति

जिले में 60 हजार एमटी लक्ष्य के विरुद्ध मात्र 10758.524 एमटी धान की अधिप्राप्ति हो पाई है. जो लक्ष्य से काफी पीछे चल रहा है. यह धान 1887 किसानों से खरीदा गया है. बताया जा रहा है कि अब तक सरकार कीलक्ष्य से काफी पीछे चल रहा ओर से 9317.927000 एमटी धान अधिप्राप्ति की राशि स्वीकृत किया गया है. जिसमें किसानों की संख्या 1635 है. लेकिन अब तक मात्र 1214 किसानों को ही राशि का भुगतान किया जा रहा है. जबकि सरकार का सख्त निर्देश है कि बिचौलियों के हाथों में धान किसान नहीं बेचे. ताकि उसके उत्पादन का सही मूल्य सरकार द्वारा दी जा सके. जबकि 48 घंटे में धान बेचने वाले किसानों को राशि देने का निर्देश है. जिलाधिकारी रचना पाटिल ने भी पिछले दिनों पैक्स एवं व्यापार मंडल गोदाम पर पहुंचकर धान अधिप्राप्ति एवं राशि भुगतान की समीक्षा की. वे खेत व खलिहान पर पहुंचकर किसानों से बात भी किया. ताकि किसान योजना का लाभ उठा सके.

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दलालों के माध्यम किसान बेच रहे धान.

नवंबर के अंतिम सप्ताह से किसान प्रतिदिन लगभग दो सौ से ढाई सौ क्विंटल धान खुले बाजार में बेच रहे है. इस हिसाब से किसान अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए एक माह में करीब साढ़े आठ हजार क्विंटल धान बेच चुके हैं. ग्रामीण क्षेत्रों के पास दलाल के माध्यम से साहुकार किसान के पास पहुंच रहे. जिसके पास धान बेचा जा रहा है. आखिर किसान दलालों के माध्यम से क्यों कम कीमत पर धान बेच रहे है. यह बड़ा सवाल है. जिसमें सरकारी पेंच भी है. ऑन लाइन रजिस्ट्रेशन, समय पर पैसों का भुगतान नहीं होना, धान में नमी सहित कई अन्य समस्या पेंच है. जिसके कारण किसान सरकार के पास धान नहीं बेच पा रहा है. यदि सरकारी धान अधिप्राप्ति की यही रफ्तार रही तो लक्ष्य की आधी उपज साहूकारों के यहां चली जायेगी. जिससे किसानों को काफी आर्थिक क्षति उठानी पड़ेगी.

किस प्रखंड के कितने किसानों को कितनी राशि का हुआ भुगतान

असरगंज प्रखंड के 7 पैक्स पर 243 किसानों ने 1,315.74 एमटी धान बेचा. जिसमें 211 किसानों का धान बेचने के एवज में राशि देने की स्वीकृति मिली लेकिन मात्र 176 किसानों को ही राशि दी गयी है. इन किसानों के बीच 18,616,424.55 राशि का भुगतान किया गया.

बरियारपुर प्रखंड

बरियारपुर प्रखंड के 1 पैक्स पर 19 किसानों ने 89.50 एमटी धान बेचा. जिसमें 17 किसानों का धान बेचने के एवज में राशि देने की स्वीकृति मिली लेकिन मात्र 12 किसानों को ही राशि दी गयी है. इन किसानों के बीच 1,113,084.00 राशि का भुगतान किया गया.

धरहरा प्रखंड

धरहरा प्रखंड के 10 पैक्स व एक व्यापार मंडल पर 229 किसानों ने 1,137.76 एमटी धान बेचा. जिसमें 177 किसानों का धान बेचने के एवज में राशि देने की स्वीकृति मिली लेकिन मात्र 111 किसानों को ही राशि दी गयी है. इन किसानों के बीच 10,260,060.00 राशि का भुगतान किया गया.

हवेली खड़गपुर प्रखंड

हवेली खड़गपुर प्रखंड के 19 पैक्स व 1 व्यापार मंडल पर 381 किसानों ने 2,263.84 एमटी धान बेचा. जिसमें 314 किसानों का धान बेचने के एवज में राशि देने की स्वीकृति मिली लेकिन मात्र 255 किसानों को ही राशि दी गयी है. इन किसानों के बीच 29,096,167.20 राशि का भुगतान किया गया.

जमालपुर प्रखंड

जमालपुर प्रखंड के 2 पैक्स व 1 व्यापार मंडल पर 62 किसानों ने 430.72 एमटी धान बेचा. जिसमें 38 किसानों का धान बेचने के एवज में राशि देने की स्वीकृति मिली लेकिन मात्र 31 किसानों को ही राशि दी गयी है. इन किसानों के बीच 4,062,378.00 राशि का भुगतान किया गया.

मुंगेर सदर प्रखंड

मुंगेर सदर प्रखंड के 1 पैक्स व 1 व्यापार मंडल पर 14 किसानों ने 80.60 एमटी धान बेचा. जिसमें 12 किसानों का धान बेचने के एवज में राशि देने की स्वीकृति मिली लेकिन मात्र 5 किसानों को ही राशि दी गयी है. इन किसानों के बीच 453,108.48 राशि का भुगतान किया गया.

संग्रामपुर प्रखंड

संग्रामपुर प्रखंड के 10 पैक्स पर 184 किसानों ने 1,106.29 एमटी धान बेचा. जिसमें 160 किसानों का धान बेचने के एवज में राशि देने की स्वीकृति मिली लेकिन मात्र 105 किसानों को ही राशि दी गयी है. इन किसानों के बीच 12,617,602.20 राशि का भुगतान किया गया.

तारापुर प्रखंड

तारापुर प्रखंड के 12 पैक्स व 1 व्यापार मंडल पर 515 किसानों ने 3,230.44 एमटी धान बेचा. जिसमें 485 किसानों का धान बेचने के एवज में राशि देने की स्वीकृति मिली लेकिन मात्र 367 किसानों को ही राशि दी गयी है. इन किसानों के बीच 43,129,165.50 राशि का भुगतान किया गया.

टेटियाबंबर प्रखंड

टेटियाबंबर प्रखंड के 7 पैक्स पर 240 किसानों ने 1,103.64 एमटी धान बेचा. जिसमें 221 किसानों का धान बेचने के एवज में राशि देने की स्वीकृति मिली लेकिन मात्र 152 किसानों को ही राशि दी गयी है. इन किसानों के बीच 14,051,455.05 राशि का भुगतान किया गया.

Posted By :Thakur Shaktilochan

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