Jharkhand news, Hazaribagh news, चौपारण (हजारीबाग) : हजारीबाग जिला अंतर्गत चौपरण प्रखंड के नयाखाप सिरमा निवासी ललिता देवी ससुराल में बसने के लिए कोर्ट में केसकर न्याय के लिए दर- दर भटक रही है. ललिता की शादी वर्ष 2008 में रवींद्र यादव पिता कौलेश्वर यादव के साथ हुआ है. शादी के समय ललिता के पिता ने अपनी शक्तिनुसार खर्च भी किये.
ललिता ने बतायी कि शादी के 2 वर्ष दोनों के बीच मधुर संबंध रहा. उसके बाद रवींद्र व्यापार करने के लिए ललिता को मायके वालों से पैसा मांगने लगा. ललिता के मायके वाले इतना भी सामर्थ्यवान नहीं थे कि उसे व्यापार के लिए पैसा दे पाते. इसी बात को लेकर ललिता के साथ आये दिन मारपीट एवं पैसा नहीं देने को लेकर प्रताड़ना शुरू हो गया. मामले को समाधान के लिए 7 बार पंचायत बैठी थी, पर ललिता के ससुराल वाले अपनी हरकतों से बाज नहीं आये.
Also Read: केरेडारी में 11 दिनों से हाथियों का कहर जारी, कहीं घरों को बना रहे निशाना, तो कहीं अनाज को किया जा रहा बर्बाद
ललिता ससुराल में बसने के लिए नवंबर 2019 में ससुराल वालों के खिलाफ कोर्ट में केस दर्ज करायी. केस किये 15 माह बीत गये, पर ललिता थाना कोर्ट का चक्कर लगाते- लगाते थक चुकी है. शनिवार को ललिता पुनः थाना प्रभारी से न्याय की गुहार लगाने पहुंची.
ललिता केस कर न्याय की आशा लगायी फिर रही थी. तब तक रवींद्र यादव ने चुपके से दूसरी शादी रचा लिया. 3 वर्ष से ललिता अपने एक बेटे के साथ मायके में रहकर किसी तरह जीवन यापन कर रही है. अब पंचायत करने वाले पंच भी ललिता को कोई जवाब नहीं दे पा रहे हैं.
Posted By : Samir Ranjan.