डुमरांव. डुमरांव के ड्रेनेज सिस्टम को ठीक करने की कवायद जारी है. विभाग ने इस कार्ययोजना की मंजूरी देकर इसके लिए एक करोड़ 25 लाख की राशि का आवंटन किया है. इस कार्ययोजना के धरातल पर उतरने के बाद शहर को जलजमाव से मुक्ति मिलेगी.
नप सूत्रों की माने तो शहर के टेक्सटाइल कॉलोनी, कड़वी, प्रोफेसर कॉलोनी, शिवपुरी कॉलोनी, चाणक्यपुरी कॉलोनी, बड़ा बाग सहित अन्य इलाके बरसात के दिनों में जलजमाव से भर जाता था.
कई कॉलोनियों में रहने वाले लोग घुटने पर पानी को पार कर अपने घरों में पहुंचते थे. छात्राओं और छोटे बच्चों के पढ़ाई पर असर पड़ता था. मोहल्लों में नाली बनने के बाद भी पानी का निकास नही होने से स्थिति भयावह हो जाती थी.
ऐसी हालत में ड्रेनेज सिस्टम योजना लाभकारी साबित होगा. शहर में बने दो बड़े नाले और 20 लिंक नालियां बरसात के दिनों में नाकाम साबित हो रही थी. ड्रेनेज के क्रियान्वयन के बाद करीब 30 हजार की आबादी को राहत मिलेगी.
बताया जाता है कि इस सिस्टम को बड़े नाले के रूप में बनाया जायेगा, जो हर मोहल्ले व कॉलोनियों के सड़को से लिंक नालियां जुड़ेंगी तथा इस इलाके के घरों से निकलने वाले गंदे पानी को शहर के बाहर ले जाने में सहूलियत होगी.
नाला निर्माण के बाद कचरे, सफाई का जिम्मा एनजीओ को दिया जायेगा, जो नाला के कचरे निकासी के बाद उसका उठाव करेगा ताकि नाला का पानी अवरुद्ध न हो सके. लिंक नालियों की सफाई तत्काल शुरू की जायेगी.
शहर की स्वच्छता पर नप का फोकस बढ़ेगा और एनजीओ के सफाईकर्मी जंगलीनाथ शिव मंदिर रोड, सुमित्रा कॉलेज रोड, बाईपास रोड, ढेलवानी मोहल्ला आदि सड़को के किनारे पड़े कूड़े-कचरे को डोर-टू-डोर उठाव कर स्वच्छ डुमरांव-सुंदर डुमरांव बनाने के लिए अपने मिशन में खरा उतरेगा.
नप प्रशासन स्वच्छता को लेकर कई पहलुओं पर मंथन शुरू किया है. नव वर्ष में शहर को जलजमाव से मुक्ति दिलाने की कार्ययोजना लागू करने में तत्परता दिखाई है.
इस मामले में नगर पर्षद के कार्यपालक पदाधिकारी सुजीत कुमार ने बताया कि नए साल में ड्रेनेज सिस्टम योजना को धरातल पर उतारा जायेगा. इसके लिए विभाग ने अपनी मंजूरी दे दी है. इस योजना से शहर को जलजमाव से मुक्ति मिलेगी.
Posted by Ashish Jha