Makar Sankranti 2021 : बिहार की राजनीति मेंं साल 2021 का मकर संक्रांति फीका रहने वाला है. दरअसल, इस साल मुख्य पार्टियों के नेता द्वारा राजनीतिक रूप से दिए जाने वाले दही चूड़ा का भोज नहीं दिया जाएगा. यह फैसला कोरोना के कारण लिया गया है. जेडीयू ने भोज नहीं देने का ऐलान कर दिया है.
मिली जानकारी के अनुसार जेडीयू ने कोरोनावायरस के खतरे को देखते हुए हर साल प्रदेश अध्यक्ष बशिष्ठ नारायण सिंह के यहां होने वाला चूड़ा दही का भोज कैंसिल कर दिया है. वहीं राजद भी लालू यादव के जेल जाने के बाद से भोज कैंसिल कर रखा है. ऐसे में दोनों बड़ी पार्टी के इन नेताओं के भोज नहीं किया जाएगा.
कांंग्रेस का स्पष्ट नहीं- मकर संक्रांति के मौके पर होने वाले भोज को लेकर अभी तक कांग्रेस ने पत्ता नहीं खोला है. बताया जा रहा है कि कांग्रेस मेंं ऊपर से नीचे तक फेरबदल किया जाएगा. ऐसे में सभी नेता वेट एंड वाच की स्थिति में है.
1990 के बाद पहली बार- बता दें कि बिहार में दही चूड़ा भोज की राजनीति दशकों से हओ रही है. तीन दशक में ऐसा पहली बार होगा जब बिहार में मकर संक्रांति (Makar Sankranti 2021) के मौके पर दही चूड़ा का भोज नहीं होगा. भोज के जरिए सभी दलों के नेता आपस में जुटते थे और राजनीतिक विषयों पर चर्चा भी करते थे. इसके साथ संबंध का भी उजागर होता था.
सुशील मोदी करेंगे आयोजन- इधर, बीजेपी सांसद और पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि वे चूड़ा दही भोज का आयोजन करेंगे. वहीं मोदी के अलावा बीजेपी के और कौन कौन नेता भोज का आयोजन करेंगे. इसकी स्पष्टता नहीं है.
Posted By : Avinish kumar mishra