भीमबांध में नववर्ष के पूर्व मंगलवार को सैलानियों की भीड़ उमड़ पड़ी. मुंगेर, जमुई सहित आसपास के जिले के बड़ी संख्या में लोग यहां पहुंचे. प्राकृतिक सौंदर्य, जंगल-पहाड़ का रोमांच और ठंड में गर्म कुंड से उठते वाष्प लोगों को रोमांच व आनंद में डूबो रहा था. दिन के 12 बजे तक सैलानियों के पहुंचने का सिलसिला जारी था. कुछ लोग परिवार संग तो कुछ दोस्तों के संग पिकनिक का आनंद उठाने में मशगूल थे. शाम बढ़ने के साथ ही हाई मास्ट की दूधिया रोशनी में गर्म कुंड से निकलता वाष्प प्राकृतिक मनोरम और कृत्रिम छटा के संगम को प्रदर्शित कर रहा था.
ठंड के मौसम में लोग गर्म कुंड में घुसे रहे तो बच्चे इको पार्क में मनोरंजन करते नजर आये. हर तरफ मुस्कुराते चेहरे माहौल को खुशगवार बना रहा था. भागदौड़ की दिनचर्या में परिवार के संग एक साथ बैठकर भोजन पकाने व खाने की सुखद अनुभूति से हर कोई लबरेज था. लोगों के उत्साह व मनोरंजन में कोई खलल न पड़े इसे लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम थे. साथ ही स्वच्छता को लेकर भी लोगों को जागरूक किया जा रहा था.
मालूम हो कि पिछले वर्ष 47,543 सैलानी भीमबांध पहुंचे थे. इस वर्ष बिहार सरकार ने तकरीबन 9 करोड़ की लागत से भीम बांध के गर्म कुंड इलाके को इको पार्क के रूप में विकसित किया है. कृत्रिम रोशनी से लेकर निर्मित विश्रामालय, शौचालय एवं सुसज्जित कुंड सैलानियों को खूब भा रहा था.
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भीमबांध से लौटे मुंगेर निवासी अंशु कुमार, साकेत कुमार, मोनू कुमार, सोनू कुमार, अंकित कुमार सहित कई लोगों ने बताया कि भीम बांध आकर ऐसा लगता है कि मानों प्रकृति की गोद में आ गया हूं. बहुत ही शांति व सुकून का एहसास होता है. जीवन खुबसूरत रंगों से भर जाता है.
Posted By: Thakur Shaktilochan