Bihar News: बिहार के मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur) स्थित प्रभात तारा स्कूल (Prabhat Tara School) में मंगलवार को जबरदस्त हंगामा हुआ. पूर्व प्राचार्य सिस्टर मेरी रावत ने स्कूल प्रबंधन पर कमरे में बंद कर दुर्व्यवहार का आरोप लगाया. इसके बाद स्कूल में पांच घंटे तक बवाल होता रहा. बवाल की सूचना पर काजी मोहम्मदपुर थाने की पुलिस पहुंची. मामला बिगड़ने पर एसडीओ पूर्वी कुंदन कुमार और शिक्षा विभाग के डीपीओ अमरेंद्र पांडेय भी पहुंच गये.
सुबह साढ़े 11 बजे ऑनलाइन पढ़ाई के लिए बने वाट्सएप ग्रुप सिस्टर मेरी रावत ने अभिभावकों को स्कूल आने को कहा. इसके बाद सैकड़ों की संख्या में अभिभावक और छात्र स्कूल पहुंच गये. वहां सिस्टर मेरी रावत स्कूल गेट के बाहर रो रहीं थीं.
मेरी रावत का कहना था कि उन्हें कमरे में बंद कर दिया गया था और उनसे वहां बदसलूकी भी की गयी. इसके बाद उन्होंने पुलिस को सूचना दी. पुलिस के आने के बाद उन्हें कमरे से बाहर निकाला गया. सिस्टर मेरी रावत का कहना था कि बिना उनके जानकारी के उनके हटाने का नोटिस प्रबंधन में चारों तरफ चिपका दिया.
छात्रायें जब स्कूल पहुंचीं तो वह स्कूल के अंदर जाना चाह रही थीं लेकिन स्कूल का गेट अंदर से बंद था. इसके बाद छात्राओं ने गेट पीटना शुरू कर दिया. कुछ छात्रायें और अभिभावक गेट को फांद कर स्कूल में घुसने की कोशिश कर रहे थे. जब गेट नहीं खुला तो कुछ छात्रायें आक्रोशित हो गयीं. इसके बाद कुछ छात्राओं ने स्कूल गेट पर पत्थर चलाने शुरू कर दिये. इसके बाद हंगामा काफी बढ़ गया. छात्राओं और अभिभावकों को शांत करने के लिए पुलिस को क्यूआरटी की टीम बुलानी पड़ी.
मामले को शांत करने के लिए पहुंचे दोपहर तीन बजे एसडीओ पूर्वी कुंदन कुमार के स्कूल के अंदर जाने के बाद हंगामा कर रहे अभिभावक और छात्रायें भी भीतर घुसना चाह रहीं थीं लेकिन पुलिस ने उन्हें बाहर रोक कर अंदर से गेट बंद कर दिया. एसडीओ के आने के बाद स्कूल के बाहर भगदड़ भी मच गयी जिससे कई छात्रायें और अभिभावक एक दूसरे के ऊपर गिर गये. एसडीओ के आने के एक घंटे के बाद कुछ पूर्ववर्ती छात्रायें भी स्कूल पहुंची. छात्राओं ने गेट को पीटा और उसे तोड़कर अंदर घुस गयीं. उनके साथ बाहर खड़े अभिभावक भी अंदर घुस गये और स्कूल के अंदर हंगामा किया.
स्कूल की प्रबंधन संस्था होली क्रॉस की अध्यक्ष सिस्टर पुष्पिता ने कहा कि 12 वर्षों से सिस्टर मेरी रावत मुजफ्फरपुर प्रभात तारा में प्राचार्य है. उन्हें कई बार तबादले का नोटिस दिया गया. सिस्टर मेरी रावत के सारे आरोप गलत हैं. उनका पहले भी छह बार तबादला पहले भी किया जा चुका है. इस बार पटना हेड आफिस में तबादला किया गया है. वो मुझे मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रही हैं. जिन लोगों ने गेट तोड़ने की कोशिश की उस पर हमलोग थाने में शिकायत करेंगी.
प्रभात तारा स्कूल में हंगामे के बाद दो घंटे तक जिला प्रशासन और प्रबंधन के बीच वार्ता हुई. बातचीत में पूर्व प्राचार्य सिस्टर मेरी रावत भी शामिल थीं. शाम छह बजे तक स्कूल परिसर में प्रशासन और पुलिस की टीम मौजूद रही.
प्रभात तारा की पूर्व प्राचार्य सिस्टर मेरी रावत ने पुलिस में आवेदन देकर स्कूल प्रबंधन के अधिकारियों पर उनके चैंबर का ताला तोड़ने और 25 हजार रुपये गायब करने का आरोप लगाया है. उन्होंने पुलिस से इस मामले में कड़ी कार्रवाई की करने की मांग की है.
Posted By: Utpal kant