मकर संक्रांति(Makar Sankranti 2021) से पहले ही शहर में तिलकुट की बिक्री जमकर हो रही है. इस बार गुड़ से बने तिलकुट की जबर्दस्त डिमांड है. तिलकुट बाजार से रोज करीब पांच हजार किलो गुड़ के तिलकुट की खपत हो रही है.
दुकानदारों का कहना है कि मकर संक्रांति नजदीक आने पर तिलकुट की बिक्री और बढ़ेगी. इन दिनों बाजार में गुड़ के अलावा चीनी और काले तिल के तिलकुट की भी अच्छी डिमांड है. दुकानदार संजय साह बताते हैं कि बाजार में तिलकुट की डिमांड को देखते हुए नवंबर में ही तिलकुट का कारोबार शुरू कर दिया था. मकर सक्रांति का कारोबार जनवरी के प्रथम सप्ताह से शुरू होगा.
शहर मे तिलकुट की डिमांड को देखते हुए करीब एक दर्जन कारखाने खुल गये हैं. इसमें गया के अलावा स्थानीय कारीगर भी तिलकुट बना रहे हैं. प्रत्येक कारखाने में 15-20 कारीगर काम कर रहे हैं. यहां से पूरे जिले में तिलकुट की सप्लाई हो रही है. हालांकि कुछ कारोबारी गया से भी तिलकुट लाकर यहां व्यवसाय कर रहे हैं. टावर चौक के समीप कारखाना चलाने वाले विनोद कुमार कहते हैं कि गया के कारीगरों से वे तिलकुट बनवा रहे हैं. यह कारोबार 25 जनवरी तक चलेगा. रोज के कारोबार के अलावा मकर संक्रांति के लिए तिलकुट स्टॉक किया जा रहा है.
गुड़ का तिलकुट – 320 रुपये
चीनी का तिलकुट – 300 रुपये
स्पेशल इलायची तिलकुट – 340 रुपये
खोआ तिलकुट – 500 रुपये
रेवड़ी – 200 रुपये
गुड़ रेवड़ी – 220 रुपये
तिलपापड़ी – 320 रुपये
(कीमत प्रति किलो))