रांची : राजधानी में 34 वाहनों (बाइक) पर ध्वनि प्रदूषण फैलाने का आरोप जांच में सही पाया गया है. मामले में ट्रायल शुरू करने के लिए ट्रैफिक थाना प्रभारी ने सभी के खिलाफ न्यायालय में अभियोजन दायर किया है. न्यायालय में ट्रायल के दौरान आर्थिक दंड या सजा दिये जाने के बाद ट्रैफिक पुलिस मामले में आगे की कार्रवाई करेगी. देश में पहली बार राजधानी रांची में ट्रैफिक पुलिस ने ध्वनि प्रदूषण फैलाने वालों के खिलाफ इस तरह की कार्रवाई की.
मामले में ट्रैफिक पुलिस ने बेंगलुरु और हैदराबाद पुलिस से भी ध्वनि प्रदूषण के आरोप में पकड़े गये लोगों पर कार्रवाई के बिंदु पर जानकारी हासिल की है. वहां पर पुलिस ऐसे लोगों को जुर्माना लगाने के बाद छोड़ देती है. उल्लेखनीय है कि राजधानी रांची में पहली बार ध्वनि प्रदूषण करनेवाले वाहनों को पकड़ने के लिए 27 अक्तूबर 2020 को अभियान चलाया था. इस दौरान 20 वाहन जांच के लिए जब्त किये गये थे.
इनमें से 19 वाहनों पर जांच में ध्वनि प्रदूषण का आरोप सही पाया गया. बाद में कुछ अन्य वाहन भी जांच के लिए जब्त किये गये थे. उन वाहनों की भी जांच डेसिबल मीटर से एमवीआइ की उपस्थिति में की गयी थी. सभी वाहनों में 80 डेसिबल से ज्यादा ध्वनि प्रदूषण पाया गया था. ध्वनि प्रदूषण करने वाले ये वाहन वैसे हैं, जिनमें साइलेंसर या दूसरे उपकरण लगाये गये थे. इस कारण अत्यधिक ध्वनि प्रदूषण हो रहा था. जांच के बाद ट्रैफिक एसपी अजीत पीटर डुंगडुंग ने प्रत्येक मंगलवार को आवश्यकतानुसार ऐसे वाहन के खिलाफ अभियान चलाने का निर्णय लिया है.
Posted by : Sameer Oraon