नयी दिल्ली : केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को नये कृषि कानूनों को लेकर विपक्ष पर हमला बोला. साथ ही उन्होंने उम्मीद जतायी है कि प्रदर्शनकारी किसान सरकार से बात कर समस्या का हल निकालेंगे. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को इसका जवाब देना चाहिए कि 2019 के चुनाव में कांग्रेस के घोषणापत्र में क्या वे कृषि कानूनों को नहीं लाना चाहते थे?
I want to ask Rahul Gandhi that were these pro-farmers policies not mentioned in the 2019 election manifesto of Congress? They are protesting just because those reforms are being implemented by PM Modi, and not them: Union Minister Nirmala Sitharaman https://t.co/MKU6MRMnBL
— ANI (@ANI) December 25, 2020
जानकारी के मुताबिक, केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि अपने संबोधन के जरिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट किया है कि सरकार उन लोगों (प्रदर्शनकारी किसान) के साथ बातचीत के लिए तैयार है, जिनके पास तीन नये कृषि कानूनों के बारे में कोई सवाल है. मुझे उम्मीद है, अब प्रदर्शनकारी किसान सरकार से बात करेंगे.
साथ ही उन्होंने विपक्षी दल कांग्रेस के नेता राहुल गांधी पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को इसका जवाब देना चाहिए कि 2019 के चुनाव में कांग्रेस के घोषणापत्र में क्या वे कृषि कानूनों को नहीं लाना चाहते थे? कृषि कानूनों में सुधार प्रधानमंत्री के द्वारा किया गया है, इसलिए कांग्रेस इसका विरोध कर रही है.
मालूम हो कि गुरुवार को राष्ट्रपति से मिलने के बाद राहुल गांधी ने कहा था कि राष्ट्रपति से हमने कहा कि ये जो कानून बनाये गये हैं, ये किसान विरोधी हैं. इनसे किसानों, मजदूरों का नुकसान होनेवाला है. मैं प्रधानमंत्री से कहना चाहता हूं कि किसान हटेगा नहीं, प्रधानमंत्री को ये नहीं सोचना चाहिए कि किसान, मजदूर घर चले जायेंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को पीएम किसान सम्मान निधि के राशि वितरित करते हुए विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि जो दल पश्चिम बंगाल में किसानों के अहित पर कुछ नहीं बोलते, वो यहां किसान के नाम पर देश की अर्थनीति को बर्बाद करने में लगे हुए हैं. ये दल मंडियों की बात कर रहे हैं और बड़ी-बड़ी हेडलाइन लेने के लिए भाषण दे रहे हैं.
साथ ही कहा कि आज जो किसानों के लिए इतने आंसू बहा रहे हैं, इतने बड़े-बड़े बयान दे रहे हैं. जब ये लोग सरकार में थे, तब इन्होंने किसानों का दुख दूर करने के लिए क्या किया. ये देश का किसान अच्छी तरह जानता.