कर्मनाशा. दिल्ली से आयी सेफ्टी एक्सपर्ट टीम ने गुरुवार को कर्मनाशा नदी स्थित पुल की विधिवत जांच की. जांच के बाद अब शुक्रवार की सुबह आठ बजे से वाहनों को चला कर ट्रायल किया जायेगा.
यह ट्रायल लगातार आठ से 10 दिनों तक चलेगा. ट्रायल के दौरान ही स्टील ब्रिज की मरम्मत की जायेगी. मरम्मत करने के बाद पुनः स्टील ब्रिज से वाहनों का परिचालन शुरू कर दिया जायेगा. इस बीच पुल को बकायदे रबरिंग कर पुल से वाहनों का सुचारु रूप से परिचालन शुरू हो जायेगा.
दरअसल, कर्मनाशा नदी पर 10 साल पहले बने पुल का पाया 28 दिसंबर 2019 को क्षतिग्रस्त हो गया था. उसके बाद पुल से वाहनों का परिचालन बंद हो गया था. हजारों वाहनों के चक्के थम गये थे. यूपी, बिहार, बंगाल, असम, दिल्ली सहित अन्य राज्यों का संपर्क टूट गया था.
उसके बाद एनएचएआइ द्वारा पुल के दोनों तरफ डायवर्सन रोड बना कर वाहनों का परिचालन शुरू किया गया था.
बरसात के दिनों में कर्मनाशा नदी में पानी भर जाने के बाद डायवर्सन रूट बह जाने की संभावना को देखते हुए पुल के दक्षिण तरफ स्टील ब्रिज का निर्माण किया गया था और बरसात के दिनों में डायवर्सन रोड बह जाने के बाद स्टील ब्रिज से वाहनों का परिचालन शुरू किया गया.
तभी से वाहनों का परिचालन स्टील ब्रिज से जारी है. लेकिन, स्टील ब्रिज से 50 -55 टन से अधिक लोडेड वाहनों के आवागमन करने से स्टील ब्रिज पर कई जगह गड्ढे हो गये हैं. इससे कभी भी घटना-दुर्घटना होने की संभावना बढ़ गयी है.
उधर, नदी पुल का पाया टूटने के बाद से ही मरम्मत का कार्य चल रहा था. बीच में कई बार अधिकारियों द्वारा बताया गया कि पुल से वाहनों का परिचालन शुरू कर दिया जायेगा. लेकिन, परिचालन नहीं शुरू हुआ.
अब शुक्रवार को दिल्ली से आये पीके सिकंदर के नेतृत्व में सेफ्टी एक्सपर्ट टीम द्वारा पुल की विधिवत जांच की गयी. उसके बाद शुक्रवार से सुबह आठ बजे से पुल का आठ से 10 दिनों तक वाहनों का ट्रायल किया जायेगा. तब तक स्टील ब्रिज की मरम्मत का कार्य किया जायेगा.
स्टील ब्रिज की मरम्मत हो जाने के बाद पुनः स्टील ब्रिज से वाहनों का परिचालन होगा. इस बीच पुल पर बकायदे रबर रिंग का कार्य किया जायेगा. उसके बाद ही पुल से वाहनों का परिचालन सुचारु रूप से शुरू होगा. इस दौरान एनएचएआइ के टेक्नीकल मैनेजर नागेश सिंह व सोमा कंपनी के जीएम संजय यादव सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे.
Posted by Ashish Jha