रांची : कोरोना के कारण इस बार मैट्रिक और इंटर की परिक्षाएं 1 महीने विलंब से शुरू होगी. यह परीक्षा संभवत : मार्च के अंतिम सप्ताह में शुरू होगी. प्राप्त जानकारी के अनुसार मैट्रिक की परीक्षा 20 मार्च के बाद होने की संभावना है. गौरतलब है कि मैट्रिक और इंटर की परीक्षा पूर्व में फरवरी में आयोजित होती थी.
बता दें इस बार जैक ने 2021 परीक्षा के पैटर्न में भी बदलाव किया है, जिसमें अति लघु उत्तरीय प्रश्नों की संख्या अधिक होगी. विभिन्न विषयों में 1 अंक के प्रशन 20 से 30 फीसदी तक होंगे. जिसमें कुछ प्रशन रिक्त स्थानों को भरने के लिए रहेगा. साथ ही साथ जैक इस बार बदले हुए पैटर्न पर आधिरित मॉडल प्रशन पत्र जारी करेगा.
इस बार मैट्रिक और इंटर के सिलेबस में 40 प्रतिशत की कटौती भी की गयी है. और वैसे कंटेंट को सिलेबस को हटा दिया गया है जिसे घर पर पढ़ना संभव नहीं है. तय कंटेंट के बाद सिलेबस में जो चैप्टर और टॉपिक हैं, उसमें कटौती की गई है। कोरोना काल में बच्चों की पढ़ाई प्रभावित रही.
विज्ञान की परीक्षा के लिए सीबीएसई के तर्ज पर कछिन चैप्टर के एप्लीकेशन हटा दिये गये हैं.
किस चैप्टर से कितने मार्क्स के पूछे जाएंगे इस बात की जानकारी पहले ही दे दी जाएगी.
विभाग की ओर से विटेज मार्क्स भी जारी किए जायेंगे
मॉडल प्रशन पत्र के आधार पर टेस्ट भी आयोजित होगा.
संसोधित चैप्टर के आधार पर जैक इसे तैयार करेगा, जिसमें संशोधित चैप्टर के सवाल रहेंगे
बता दें कि इस वर्ष 2020 में इंटर की परीक्षा में करीब 2.34 लाख स्टूडेंट्स सामिल हुए थे. जिसमें से आर्ट्स में 1.29 लाख, कॉमर्स में 28,515 और साइंस में 76,585 स्टूडेंट्स ने परीक्षा दी. जिसमें विज्ञान संकाय में 59% छात्र, आर्टस में 82% तो वहीं कॉमर्स में 77 फीसदी छात्र सफल हुए थे.
10 की परीक्षा में इस बार 75.01 प्रतिशत लोगों ने बाजी मारी थी, और इस परीक्षा में लड़कों ने बाजी मारी थी. वहीं इस परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों की संख्या 3.85 लाख थी जिसमें से 2.88 लाख छात्र सफल हुए थे. इस बार पास होने वाले छात्रों की संख्या पिछले बार के मुकाबले 5 प्रतिशत ज्यादा थी.
Posted by : Sameer Oraon