पटना. बिहटा सहित राज्य की चार ग्राम पंचायतों को सीधे नगर पर्षद बनाया जायेगा. इसके अलावा राज्य में 150 नये नगर निकाय और 90 के लगभग निकायों को अपग्रेड करने की तैयारी है.
इसको लेकर मंगलवार को उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने नगर विकास व आवास विभाग के आला अधिकारियों के साथ बैठक की. इसके अलावा राज्य में चार नये नगर निगम भी बनेंगे.
सीतामढ़ी के अलावा तीन नये निगमों को बढ़ाया जाना है. ऐसे में राज्य में कुल 16 नगर निगम हो जायेंगे. गौरतलब है कि एक साल से सौ के लगभग नये निकायों के गठन का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है.
कई बार प्रस्ताव बनाने के बाद आगे की कार्रवाई रुक गयी है. अब एक बार फिर निकायों को बढ़ाने की तैयारी शुरू की गयी है.
गौरतलब है कि राज्य में अब तक 12 नगर निगम, 49 नगर पर्षद, 81 नगर पंचायतें हैं. नया प्रस्ताव बना तो 16 नगर निगम हो जायेंगे. 60 से अधिक नगर पर्षद हो जायेंगे और नगर पंचायतों की संख्या भी बढ़ेगी.
नये प्रस्ताव के गठन को लेकर पहले रोक लग चुकी है. नगर विकास व आवास विभाग की ओर से ही पहले बताया गया था कि जनगणना निदेशालय के आलोक में राजस्व एवं भूमि सुधार के निर्देश पर मार्च 2021 तक नये निकायों के गठन पर रोक लगा दी गयी है. डिप्टी सीएम ने कहा कि विभिन्न नियमों के आलोक में आगे की कार्रवाई की जायेगी.
अगर नगर निगम तैयार कर लेता है, तो उसे आगे कई विभागों से स्वीकृति लेनी होगी. नगर विकास व आवास विभाग के बाद आगे पंचायत विभाग, वित्त विभाग व विधि विभाग आदि विभागों में फाइल भेजी जायेगी. इसके बाद स्वीकृति के अनुसार आगे की कार्रवाई होगी.
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि सभी नियमों की जानकारी ली जा रही है. इसके बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी. गौरतलब है कि अगर कई ग्राम पंचायत परिवर्तित होकर नगर पंचायत बनते हैं, तो अगले वर्ष अप्रैल में होने वाले पंचायत चुनाव इन जगहों पर नहीं होंगे.
पटना नगर निगम के क्षेत्र का विस्तार किया जाना है. पटना में दानापुर, खगौल व फुलवारी को मिला कर ग्रेटर पटना या महानगरपालिका बनाने का प्रस्ताव है. इसको लेकर फुलवारी, दानापुर से लेकर आसपास की कई ग्राम पंचायतों को शामिल किया जाना है. पटना के अलावा इस प्रकार एक-दो बड़े नगर निगम और भी जिनका सीमा विस्तार किया जाना है.
Posted by Ashish Jha