रांची : नगर आयुक्त मुकेश कुमार के आदेश पर सोमवार को पीस रोड स्थित कुमार गर्ल्स हाॅस्टल के बी ब्लॉक को रांची नगर निगम ने सील कर दिया. हॉस्टल को सील करने निगम के टाउन प्लानर श्रीकांत शरण दल-बल के साथ पहुंचे थे. श्री शरण ने हॉस्टल संचालक भारतेंदु कुमार व शशिकला देवी से कहा कि नक्शा में ग्राउंड फ्लोर में पार्किंग बनाया जाना है, जबकि इसकी जगह यहां मेस, कार्यालय, वार्डन रूम व गेस्ट रूम का निर्माण किया गया है. यह नक्शा का विचलन है.
उन्होंने संचालक को निर्देश दिया कि ग्राउंड फ्लोर में रखे किसी सामान को अगर निकालने की जरूरत है, तो उसे निकाल लें. क्योंकि, सील करने के बाद कोई सामान बाहर नहीं निकाला जा सकता है. इसके बाद ग्राउंड कार आदि को बाहर निकाला गया. इसके बाद एक-एक कर ग्राउंड फ्लोर में बने सभी छह कमरे को सील किया गया.
निगम की टीम जब हॉस्टल को सील कर रही थी, तो लॉज संचालिका निगम के अधिकारियों पर बरस रही थी. संचालिका बार-बार कह रही थी कि हॉस्टल में लड़कियां हैं. अगर ग्राउंड फ्लोर को पूरी तरह से सील कर दिया जायेगा, तो लड़कियों के आने-जाने पर रोक लग जायेगी. इसलिए आप रास्ता छोड़ दें.
इस पर निगम के अभियंताओं ने कहा कि अगर पूरी तरह से सील नहीं किया गया, तो फिर सील करने का मतलब ही नहीं रह जायेगा. क्योंकि, एक रास्ता खुला रहने से आप आराम से आ-जा सकेंगे. इस पर संचालिका ने कहा कि जिस तरह कंगना रनौत के साथ मुंबई में किया गया था, उसी तरह मेरे साथ यहां किया जा रहा है.
इसलिए निगम के अधिकारी यह ध्यान रखें कि कंगना रनौत ने जैसे बीएमसी का हाल किया था, वही हाल यहां आरएमसी का किया जायेगा. इस दौरान हॉस्टल संचालक का बेटा भी बार-बार अधिकारियों से कह रहा था कि वह खुद लॉ का स्टूडेंट है. इसलिए उसे सब पता है कि निगम क्या-क्या गैर कानूनी कर रहा है. इसका हिसाब लेगा. हॉस्टल के मुख्य गेट को आज किया जायेगा सील
भवन के ग्राउंड फ्लोर को पूरी तरह से सील करने का आदेश था, लेकिन मुख्य द्वार के समीप किसी प्रकार का गेट नहीं होने के कारण इसे सील नहीं किया जा सका. अब निगम मंगलवार को बांस व बल्ली लाकर इसे पूरी तरह से पैक कर देगा.
डरी-सहमी थीं लड़कियां
हॉस्टल सील करने के लिए जैसे ही निगम की टीम पहुंची, वहां रह रहीं लड़कियां डर गयीं. कोई अपने परिजनों को फोन कर घटना की सूचना दे रही थी, तो कोई हॉस्टल से ले जाने की गुहार लगा रही थी
posted by : sameer oraon