AMU Centenary Celebration अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) मंगलवार को अपना शताब्दी समारोह मना रहा है और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की इस समारोह में चीफ गेस्ट के तौर पर मौजूदगी को लेकर काफी चर्चा हो रही है.
गौर हो कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के लिए आज का दिन शताब्दी समारोह के साथ ही इसलिए भी खास है क्योंकि 56 सालों बाद यहां प्रधानमंत्री का संबोधन होगा. मालूम हो कि 1964 में लाल बहादुर शास्त्री यूनिवर्सिटी को संबोधित किया था. उसके बाद हुए सभी प्रधानमंत्रियों ने इससे दूरी ही बनाए रखी.
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय का विवादों से भी पुराना नाता रहा है. कुछ साल पहले मोहम्मद अली जिन्ना की तसवीर को लेकर भी यूनिवर्सिटी विवादों में आ गयी थी. वहीं आज प्रधानमंत्री मोदी के भाषण एक तरफ जहां इसकी तारीफ की जा रही है तो वहीं दूसरी तरफ संबोधन को लेकर विरोध के सुर सुनाई दे रहे हैं. बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस समारोह को यादगार बनाने के लिए एक विशेष डाक टिकट भी जारी करेंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण को लेकर विश्वविद्यालय में विवाद भी शुरू हो गया है. यूनिवर्सिटी के कुछ छात्र और शिक्षक पीएम मोदी के भाषण का विरोध कर रहे हैं. प्रधानमंत्री मोदी का भाषण वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए होगा. लेकिन, किसी भी अप्रिय घटना की आशंका के चलते विश्वविद्यालय की सुरक्षा बढ़ा दी गयी है.
इससे पूर्व 1964 में तत्कालीन प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने एएमयू के दीक्षांत समारोह को संबोधित किया था. सर सैयद अहमद खान ने 1877 में मोहम्मडन एंग्लो ऑरिएंटल (एमएओ) स्कूल की स्थापना की थी. 1920 में उसी स्कूल ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय का रूप लिया. इसका कैंपस कैंपस से इतर केरल के मल्लपुरम, पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद-जांगीपुर और बिहार के किशनगंज में भी इसके केंद्र हैं.
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Upload By Samir Kumar