कांग्रेस के अंदरूनी घमासान को रोकने और पार्टी के नए अध्यक्ष के चुनाव की चुनौतियों के बीच शनिवार को यानी आज कांग्रेस की एक अहम बैठक (Congress Meeting) है. बैठक पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बुलाई है. इस बैठक में सोनिया गांधी (sonia gandhi) के करीबी मानें जाने वाले नेता दिवंगत अहमद पटेल नजर नहीं आएंगे. आपको बता दें कि कुछ दिन पहले ही कोरोना संक्रमण के कारण उनका निधन हो गया था.
सोनिया गांधी इस बैठक में पार्टी के उन असंतुष्ट नेताओं से भी मुलाकात करेंगी, जिन्होंने चार महीने पहले कांग्रेस अध्यक्ष को चिट्टी लिखकर पार्टी नेतृत्व पर सवाल खडे किये थे. यहां चर्चा कर दें कि इस चिट्टी के बाद कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में भी जमकर सियासी घमासान होता नजर आया था. कांग्रेस के अंदर उस वक्त और ज्यादा हालात बिगड़ते दिखे थे, जब चिट्ठी लिखने वाले नेताओं को पार्टी के दूसरे नेताओं ने आडे हाथ लेना शुरू किया था.
कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के द्वारा बुलाई गई इस बैठक में कांग्रेस के नए अध्यक्ष के चुनाव और पार्टी में घमासान को थामने के लिहाज से काफी अहम माना जा रहा है. यही नहीं हाल ही में कांग्रेस का प्रदर्शन निकाय चुनाव में बहुत खराब नजर आया. देश के पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव सिर पर हैं जो कांग्रेस के लिए किसी चुनौती से कम नहीं.
कमलनाथ और सोनिया की मुलाकात : यदि आपको याद हो तो पिछले दिनों ही कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की थी. खबरों की मानें तो कमलनाथ ने मिलकर कांग्रेस अध्यक्ष सलाह देने का काम किया था और कहा था कि वे खुद पार्टी के असंतुष्ट वरिष्ठ नेताओं से लें और उनकी नाराजगी दूर करें. ऐसा इसलिए क्योंकि उनकी गिनती पार्टी के वरिष्ठ नेताओं में की जाती है साथ ही उनका अपना राजनीतिक कद है. इसी तरह देखा जाए तो कमलनाथ ने बागी नेताओं और सोनिया की इस बैठक को करवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
Posted By : Amitabh Kumar