रांची : रांची स्टेशन पर जांच के नाम पर केवल कोरम पूरा किया जा रहा है. यहां जांच के लिए एकमात्र थर्मल स्कैनिंग मशीन है और सैनिटाइजर की भी कोई व्यवस्था नहीं है. स्टेशन के बाहर रखी सैनिटाइजर मशीन खराब पड़ी है. गुरुवार शाम 4:30 से 5:30 बजे के बाद तीन ट्रेन रांची स्टेशन से विभिन्न स्थानों के लिए रवाना हुईं.
इनमें रांची-सासाराम, मौर्या एक्सप्रेस और रांची-दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस थी. इन ट्रेनों के सैकड़ों यात्री स्टेशन पर मौजूद थे. इन यात्रियों की जांच के लिए महज एक थर्मल स्कैनिंग मशीन और बैग स्कैनर मशीन थी. इस कारण कुछ यात्री ही स्कैनिंग कराते दिखे, अधिकांश यात्री बिना स्कैनिंग कराये ही ट्रेन में चढ़ते दिखे.
रांची स्टेशन पर री-डेवलपमेंट का काम चल रहा है. इस कारण जगह-जगह वेल्डिंग का काम चल रहा है. वेल्डिंग में चिंगारी निकलने से यात्री दूर हट जा रहे थे. स्टेशन पर भीड़ के बीच वेल्डिंग का काम भी किसी दुर्घटना को आमंत्रण देने जैसा ही है.
रांची स्टेशन पर एक घंटा के अंदर तीन ट्रेनों के परिचालन से स्टेशन पर भीड़ उमड़ जा रही है. इस कारण यात्री कुर्सियों के लिए मारामारी करते दिखे.
रांची स्टेशन के अंदर और बाहर यात्रियों के बीच सोशल डिस्टैंसिंग का पालन होता नहीं दिखा रहा है. एक-दूसरे से सट-सट कर खड़े दिखे यात्री.
रांची स्टेशन पर रेल प्रबंधन द्वारा कोरोना संक्रमण के नाम पर इंट्री पर रोक लगा दी गयी है. रेलवे ने आदेश जारी कर कहा है कि वही व्यक्ति स्टेशन के अंदर प्रवेश कर सकता है, जिनके पास टिकट होगा. वहीं, स्टेशन पर न्यूज कवरेज के लिए जानेवाले पत्रकारों को भी प्रवेश करने नहीं दिया जा रहा है.
उन्हें स्टेशन की इंट्री गेट पर ही रोक दिया जाता है. इस कारण वह प्लेटफाॅर्म की व्यवस्था, ट्रेन की बोगियों की स्थिति सहित अन्य जानकारी नहीं ले पा रहे हैं. इस बाबत पूछे जाने पर सीपीआरओ नीरज कुमार ने कहा कि कोरोना संक्रमण के कारण यह व्यवस्था है. अगर कोई पत्रकार स्टेशन जाना चाहते हैं, तो इसकी जानकारी प्रबंधन को दे. उन्हें अनुमति दी जायेगी.
posted by : sameer oraon