किसान आंदोलन को खत्म करने के उद्देश्य से कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसानों को चिट्ठी लिखी है. आठ पन्ने की इस चिट्ठी में उन्होंने किसानों के हर सवाल का जवाब देने की कोशिश की है.
उन्होंने किसान भाईयों और बहनों के नाम पत्र लिखकर उन्हें संबोधित किया है और किसानों के इन सवालों को जवाब देने की कोशिश की है लेकिन इस बार कृषि मंत्री ने सीधे किसानों को चिट्ठी लिखी है. उन्होंने लिखा कि कृषि मंत्री होने के नाते मेरा फर्ज है कि आपके सामने स्पष्ट बातें रखी.
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चिट्ठी में उन्होंने किसानों से अपील की है कि आप किसानों के सफेद झूठ को पहचानें. कानून को लेकर भ्रम फैलाया जा रहा है. उन्होंने इस चिट्ठी के माध्यम से किसानों के मन में उठे सवालों को हल करने की कोशिश की है.
इस चिट्ठी में एमएसपी पर, किसानों की जमीन और मंडियों पर फैले भ्रम को साफ करने की कोशिश की गयी है. उन्होंने लिखा कि जो झूठ की दिवार खड़ी कर दी गयी है उसकी सच्चाई आपके सामने रखूं. उन्होंने कहा, मैं किसान परिवार से आता हूं. खेती किसानी अच्छी तरह समझता हूं.
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क्या है मुख्य बातें
एमएसपी जारी रहेगी .
छह साल में एमएसपी के जरिये दोगुणी राशि दी है.
मंडियां चालू है और चालू ही रहेंगी. जमीन छिनने को लेकर काल्पनिक झूठ फैलाया जा रहा है.
हम किसानों को तय समय पर भुगतान करेंगे.
किसानों के पास खुले बाजार में अच्छी कीमत पर फसल बेचने का विकल्प है.
किसानों की जमीन को कोई खतरा नहीं है
एग्रीमेंट फसल पर होना है किसानों की जमीन पर नहीं
भगुतान ना करने पर जुर्माना लगेगा
किसानों की हित में बीज से लेकर बाजार तक फैसला लिया जायेगा