दिल्ली बॉर्डर पर किसानों का आंदोलन ( Farmers Protest) पिछले 21 दिनों से जारी है. इस बीच बड़ी खबर आ रही है कि आंदोलन में शामिल संत बाबा राम सिंह (Sant Baba Ram Singh) ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या (commits suicide) कर ली. बताया जा रहा है कि उन्हें पानीपत के पार्क अस्पताल ले जाया गया था, लेकिन बचाया नहीं जा सका. कथित रूप से उन्होंने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है, जिसमें उनके आत्महत्या के पीछे का कारण दिया हुआ है.
मीडिया में चल रही खबरों के अनुसार सुसाइड नोट में उन्होंने जिक्र किया है कि उन्होंने किसानों के समर्थन में आवाज बुलंद की है. बाबा के सुसाइड की पुष्टि उनके सेवादार गुरमीत सिंह ने की है. सुसाइड नोट में कथित रूप से उन्होंने लिखा है कि किसानों का दुख देखा है अपने हक के लिए सड़कों पर उन्हें देखकर मुझे दुख हुआ है. सरकार इन्हें न्याय नहीं दे रही है, जो कि जुल्म है.
Also Read: सड़क पर किसानों का आंदोलन सही या गलत, सुप्रीम कोर्ट में कल अहम फैसला, केंद्र और राज्यों को नोटिस
गौरतलब है कि इससे पहले भी मंगलवार को कुंडली बॉर्डर पर एक किसान की मौत हो गयी थी. बताया जा रहा है कि किसान को दिल का दौरा पड़ा और उसकी मौत हो गयी. किसान नेताओं का दावा है कि हर रोज एक किसान की मौत हो रही है.
Also Read: Farmers Protest : किसानों के मुद्दे के समाधान के लिए बनेगी समिति? सुप्रीम कोर्ट ने दिया संकेत
मालूम हो केंद्र सरकार के कृषि कानून के खिलाफ दिल्ली बॉर्डर पर हजारों की संख्या में किसान पिछले 21 दिनों से जमे हुए हैं. सरकार के साथ उनकी सहमति नहीं बन पा रही है. किसान कानून रद्द करने की लगातार मांग कर रहे हैं. हालांकि सरकार ने कानून रद्द करने की बात से साफ इनकार कर दिया है, लेकिन संशोधन की बात पर सहमत हो गयी है. लेकिन किसान नेता इस बात पर भी मानने को तैयार नहीं हैं और कानून रद्द करने की मांग पर अड़े हुए हैं.
Also Read: 5 मिनट में खत्म हो जायेगा किसान आंदोलन ! संजय राउत ने मोदी सरकार को सुझाया रास्ता
posted by – arbind kumar mishra