रांची : केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्रालय के निर्देश पर प्री मैट्रिक छात्रवृत्ति में बड़े पैमाने पर हुए घोटाले की जांच सीबीआइ ने शुरू कर दी है. सूचना है कि सीबीआइ ने मंगलवार को राज्य में पहली कार्रवाई करते हुए चतरा से कुछ युवकों को हिरासत में लिया है. सभी से पूछताछ की जा रही है.
खबर है कि आजाद नगर मुहल्ले के एक आरोपी के पास से एक लैपटॉप, कई आधार कार्ड और कुछ दस्तावेज बरामद हुए हैं. हालांकि, सीबीआइ की इस कार्रवाई की आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पायी है. रांची सीबीआइ ने भी छात्रवृत्ति घोटाले में अब तक कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की है.
सूत्रों के मुताबिक, सीबीआइ की टीम मो सैफ नामक युवक की तलाश में चतरा के पुराना पेट्रोल पंप स्थित एक बैटरी और वायरिंग दुकान में पहुंची. सैफ दुकान में नहीं मिला, तो टीम ने उसके भाई मुजाहिद उर्फ सोनू को हिरासत में ले लिया. इसके बाद टीम ने आजादनगर स्थित उसके घर पर छापामारी की. वहां से एक लैपटॉप, कई आधार कार्ड समेत अन्य दस्तावेज मिले. सोनू से पूछताछ की जा रही है. इसके अलावा चतरा शहर के अलग-अलग स्थानाें से भी कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है.
धनबाद में करीब 10 करोड़ रुपये के छात्रवृत्ति घोटाले के तार भी चतरा से जुड़े हुए हैं. जिला प्रशासन ने प्रारंभिक जांच में चतरा के रहनेवाले शाहिद को मुख्य साजिशकर्ता बताया है. चतरा में सीबीआइ की कार्रवाई से इस बात के संकेत मिल रहे हैं कि जांच टीम इस घोटाले के साजिशकर्ताओं तक पहुंचना चाह रही है. इससे पहले सीबीआइ ने गया में इस घोटाले के संबंध में पहली प्राथमिकी दर्ज की थी.
posted by : sameer oraon