गया. कोरोना संकटकाल में लोगों में रोग प्रतिरोधक क्षमता के प्रति जागरूकता बढ़ी है. ऐसे समय में विशेषकर बच्चों के रोग प्रतिरोधक क्षमता का ध्यान रखना अधिक महत्वपूर्ण है. इसके लिए विटामिन ए की खुराक देना जरूरी है.
9 माह से 5 साल तक के बच्चों में विटामिन ए की खुराक उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के साथ कुपोषण में कमी भी लाता है. विटामिन ए की कमी से बच्चे लगातार बीमार पड़ते हैं और शिशु मृत्यु दर में बढ़ोतरी भी होती है.
इसकी कमी से बच्चों का आंख बहुत अधिक प्रभावित होता है. इन बातों को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिला में विटामिन-ए की छमाही खुराक दी जायेगी. विटामिन ए अनुपूरण कार्यक्रम 23 दिसंबर से 26 दिसंबर तक चलाया जायेगा.
अभियान के तहत जिले के नौ माह से लेकर पांच वर्ष तक के बच्चों को विटामिन-ए की खुराक दी जायेगी. नियमित टीकाकरण के दौरान विगत चार माह में जिन बच्चों को खसरे के टीके या बूस्टर डोज के साथ विटामिन ए की खुराक पिलाई गई है, वैसे बच्चों को अभियान के दौरान यह खुराक नहीं दी जायेगी.
अभियान के तहत जिले के नौ माह से लेकर पांच वर्ष तक के छह लाख 331 बच्चों को विटामिन-ए की खुराक दिये जाने का लक्ष्य रखा गया है. कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार ने सिविल सर्जन व जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी को पत्र लिखकर कार्यक्रम के लिए निर्देश दिये हैं.
विटामिन ए की सिरप नौ से 11 माह के बच्चों को एक एमएल दी जानी है. जबकि 12 से 60 माह के बच्चों को दो एमएल की खुराक दी जायेगी.
Posted by Ashish Jha