Pragya Thakur News: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से बीजेपी (BJP) सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर अपने बयान की वजह से एक बार फिर चर्चा में आ गई हैं. उनके इस बयान पर बिहार (Bihar) में एनडीए (NDA) सरकार की सहयोगी पार्टी ‘हम’ (HAM) के प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने पलटवार किया है.
बता दें कि जीतनराम मांझी अभी कोरोना संक्रमित हैं मगर उनका बयान सामने आया है. दरअसल, सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने एक कार्यक्रम में कहा कि हमारे धर्म शास्त्रों में समाज की व्यवस्था के लिए चार वर्ग तय किए गए हैं. क्षत्रिय को क्षत्रिय कह दो, बुरा नहीं लगता है. ब्राह्मण को ब्राह्मण कह दो, बुरा नहीं लगता. वैश्य को वैश्य कह दो, बुरा नहीं लगता. शूद्र को शूद्र कह दो, बुरा लग जाता है. कारण क्या है, क्योंकि नामसझी है, क्योंकि समझ नहीं पाते हैं.
भाजपा सांसद अपने इस बयान के बाद सवालों के घेरे में हैं. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, साध्वी प्रज्ञा के इस बयान पर जीतनराम मांझी ने कहा है कि एससी-एसटी को शुद्र कहने वाली भाजपा सांसद देश के दलितों से माफी मांगा. मांझी ने कहा कि साध्वी प्रज्ञा अपने बयान से हमेशा दलितों को अपमानित करतीं हैं.
गौरतलब है कि हिंदुस्तान आवाम मोर्चा (HAM) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतनराम मांझी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. इस बात की जानकारी उन्होंने खुद ट्वीट करते हुए दी. 18 दिसंबर को प्रस्तावित राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक को लेकर पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता दानिश रिजवान ने मीडिया को जानकारी दी कि राष्ट्रीय अध्यक्ष के कोरोना संक्रमित हो जाने के कारण राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक और अध्यक्ष का चुनाव स्थगित कर दिया गया है़
Posted By: Utpal kant