Coronavirus in Bihar: कोरोना वैक्सीन के आने में अभी वक्त लग सकता है, लेकिन बिहार में स्टोरेज और टीकाकरण की प्रक्रिया को लेकर जोर शोर से तैयारी शुरू हो गई है. इसके तहत 332 प्राइवेट व 73 सरकारी अस्पतालों की सूची बना ली गयी है, जहां वैक्सीन देने का कार्य किया जायेगा. सरकार के माध्यम से इन अस्पतालों को वैक्सीन उपलब्ध करायी जायेगी.
कोविड संक्रमण की रोकथाम व बचाव के लिए मंगलवार को पटना के जिलाधिकारी ने सिविल सर्जन , जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारियों के साथ हिंदी भवन स्थित कार्यालय कक्ष में की बैठक की और कई आवश्यक दिशा-निर्देश दिया. जिलाधिकारी ने सिविल सर्जन को संक्रमितों के संपर्क में आने वाले लोगों की पहचान कर उनकी जांच में तेजी लाने का निर्देश दिया.
जिलाधिकारी ने कहा कि इससे ही कोरोना संक्रमण की रोकथाम की जा सकती है. इसके साथ ही उन्होंने होम आइसोलेशन में रहने वाले कोरोना संक्रमितों के घर पर विजिट करने, दवा देने व उनका हालचाल जानने का निर्देश दिया. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम गठित करने व कार्ययोजना तैयार करने काे कहा है.
कोरोना टीका पर विश्व स्वास्थ्य संगठन, यूनिसेफ और यूएनडीपी द्वारा मंगलवार को ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (झारखंड) के निदेशक रविशंकर शुक्ला ने कहा कि कोरोना के विरुद्ध भारत की लड़ाई में टीका, टीकाकरण के बाद के प्रभाव, निगरानी से लेकर मीडिया की भागीदारी और संचार का अहम योगदान है.
केंद्र सरकार की घोषणा के बाद कोरोना टीका को बांटने की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. कार्यक्रम में यूनिसेफ बिहार के प्रमुख असद्दुर रहमान ने कहा कि टीके तीन चरणों में दिये जायेंगे. पहले चरण में स्वास्थ्यकर्मियों, दूसरे चरण में होम गार्ड तथा पुलिसकर्मी और पंचायत कर्मी और तीसरे चरण में बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं और बच्चों को टीके दिये जायेंगे.
Posted By: Utpal kant