पटना. आइएमए की केंद्रीय कार्यकारिणी के आह्वान पर आज देश भर के डॉक्टर सुबह छह बजे से शाम छह बजे तक ओपीडी सेवाओं का बहिष्कार करेंगे. बिहार में भी आइएमए की राज्य शाखा ने डॉक्टरों से इसमें शामिल होने की अपील की है.
सरकारी डॉक्टरों के संघ भासा ने भी कार्य बहिष्कार का समर्थन किया है. इससे शुक्रवार को पूरे बिहार में ओपीडी सेवाएं बाधित होंगी. हालांकि इमरजेंसी सेवाएं और कोविड का इलाज पूर्व की तरह चलता रहेगा. इसे आइएमए ने मुक्त रखा है.
देश भर के एलोपैथी डॉक्टर केंद्र सरकार के उस हालिया फैसले से नाराज हैं, जिसमें आयुर्वेदिक डॉक्टरों को भी सर्जरी की अनुमति दे दी गयी है. आयुष मंत्रालय के नये फैसले के मुताबिक आयुर्वेदिक चिकित्सा में सर्जरी विषय में पीजी करने वाले अब कई तरह की सर्जरी भी कर सकते हैं.
इस फैसले का आइएमए देश भर में विरोध कर रहा है. इसी कड़ी में पटना समेत पूरे बिहार में डॉक्टरों ने आठ दिसंबर को विरोध- प्रदर्शन भी किया था. कई दिनों पूर्व ही 11 दिसंबर को कार्य बहिष्कार की घोषणा कर दी थी. सरकार के स्तर पर मांगें नहीं माने जाने के कारण आज उनका आंदोलन बिहार समेत देश भर में रहेगा.
आइएमए के निर्वाचित राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ सहजानंद प्रसाद सिंह ने कहा कि हम आयुर्वेदिक चिकित्सा के खिलाफ नहीं हैं लेकिन हम मिक्सोपैथी के खिलाफ है. केंद्र सरकार का आयुर्वेदिक चिकित्सकों को सर्जरी की अनुमति देना एक गलत फैसला है इससे आम जनता को भारी नुकसान उठाना पड़ेगा. सरकार अपने निर्णय को वापस ले नहीं ताे आइएमए इसके खिलाफ लंबी लड़ाई लड़ेगा.
वहीं आइएमए बिहार के वरीय उपाध्यक्ष डॉ अजय कुमार ने कहा कि सारे देश के डॉक्टर केंद्र सरकार के इस गलत और अव्यावहारिक निर्णय के खिलाफ आज आंदोलन को समर्थन दे रहे हैं.बिहार में भी सभी संगठनों ने इसे समर्थन दिया और इसका व्यापक असर होगा.
आइएमए बिहार के राज्य सचिव डॉ सुनील कुमार ने कहा है कि केंद्र सरकार अपने फैसले को वापस ले. ऐसा नहीं होता हम अपने सहयोगी संगठनों के साथ मिलकर व्यापक आंदोलन करने को बाध्य होंगे.
वहीं बिहार स्वास्थ्य सेवा संघ ने भी डॉक्टरों के इस आंदोलन को अपना समर्थन दिया है. इसके अध्यक्ष डॉ एमएम जाफरी, कार्यकारी अध्यक्ष मेजर डॉ एसके सिंह, महासचिव डॉ अमिताभ, वरीय उपाध्यक्ष डॉ अभिजीत और डॉ दीपक ने एक बयान जारी कर इस कार्य बहिष्कार को अपना समर्थन दिया है.
डॉ अमिताभ ने कहा है कि राज्य भर के सरकारी डॉक्टर शुक्रवार को ओपीडी सेवाओं का बहिष्कार करेंगे. हम अस्पतालों में उपस्थित रहकर अन्य सभी कार्य करेंगे लेकिन ओपीडी में मरीजों का इलाज इस दौरान नहीं करेंगे.
Posted by Ashish Jha