Dumka Gangrape, Jharkhand News: दुमका : सामूहिक दुष्कर्म की शिकार हुई पीड़िता का पुलिस ने दुमका के व्यवहार न्यायालय में सीआरपीसी की धारा 164 के तहत बयान दर्ज कराया है. पीड़िता न्यायिक दंडाधिकारी विजय कुमार यादव के न्यायालय में अपनी आपबीती बताते-बताते शारीरिक कष्ट से परेशान भी होती रही और अपने बयान में भी उसका जिक्र करती रही. उसने बताया कि किस तरह उसके साथ दरिंदों ने हैवानियत दिखायी. वह चिखती-चिल्लती रही, पर हैवानियत की हद पार कर चुके दरिंदे खुद उसकी इज्जत लूटने के बाद एक के बाद एक दूसरे लोगों को बुलाते रहे और उसका दुष्कर्म कराते रहे.
पीड़िता ने कोर्ट को बताया कि उसके साथ बहुत से लोगों ने दुष्कर्म किया, पर उसे 10 ही याद है. वह बेहोश भी हुई थी, पर उनलोगों की दरिंदगी खत्म नहीं हुई थी. उसने बताया कि उसके पति को 4-5 लड़कों ने पकड़ रखा था, जबकि उसे जिस लड़का ने पकड़ा था, उसका नाम राजू था, जो मोहलीटोला का रहने वाला था. उसके साथ मोटा लड़का था. उसी ने पहले मनोज और फिर मामू को फोन करके बुलाया था.
इसी मोटे शख्स ने पहले उसके साथ दुष्कर्म किया, फिर राजू ने अपनी हवस का शिकार बनाया. राजू जान मारने की धमकी भी देता रहा. इधर, वह मोटा लड़का अपने अन्य साथियों को बुलाता रहा. बाद में पहुंचे मामू, मनोज, संतोष ने उसके साथ दुष्कर्म किया. कई का नाम वह नहीं बता सकी.
Also Read: Lalu Yadav का इंतजार खत्म, झारखंड हाईकोर्ट से बेल या अभी भी जेल, फैसला कुछ घंटों बाददुमका मुफस्सिल थाना क्षेत्र में एक विवाहिता के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म मामले में 2 लोग पुलिस हिरासत में लिए जा चुके हैं, इनमें से एक ने इस बात का खुलासा किया है कि महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना हुई थी और दुष्कर्म करने वालों की संख्या 7-8 से अधिक थी. 3-4 ऐसे भी शख्स थे, जो घटना के वक्त मौजूद जरूर थे, पर उन्होंने दुष्कर्म नहीं किया था. घटना के तीसरे दिन गुरुवार को भी डीएसपी विजय कुमार की अगुवाई में नगर थाना प्रभारी देवव्रत पोद्दार एवं मुफस्सिल थाना प्रभारी नवल किशोर सिंह सहित विशेष जांच दल के सदस्यों ने घटनास्थल का मुआयना किया और साक्ष्य संकलन की कोशिश की. कई बिंदुओं पर वहां पड़ताल की गयी. जल्द ही फोरेंसिक टीम भी वहां पड़ताल करेगी. इधर, पीड़िता का मेडिकल बोर्ड कराकर जांच कराया गया है. अन्य अपराधियों की पहचान करने के बाद उनकी गिरफ्तारी के लिए कार्रवाई करने में पुलिस जुटी हुई है.
मुफस्सिल थाना क्षेत्र में हुए आदिवासी महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म के मामले में भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) के महिला मोरचा इकाई द्वारा सिदो कान्हू चौक में एक दिवसीय धरना दिया गया और वारदात में संलिप्त सभी दोषियों को चिह्नित कर 24 घंटे के अंदर गिरफ्तार कर पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग की है. इस धरना कार्यक्रम के उपरांत राज्यपाल के नाम संबोधित एक ज्ञापन डीसी को सौंपा गया. भाजपाइयों ने कहा कि सालभर में इस सरकार के कार्यकाल में 1300 से अधिक दुष्कर्म की घटनाएं घटित हो चुकी हैं.
हर बार इस तरह की घटनाओं की पुनरावृति हो रही है. स्थानीय विधायक को सरकारी तंत्र पर भरोसा नहीं है और वह पहले ही ऐसी घटनाओं में सामाजिक दंड देने की बात कर चुके हैं. धरना कार्यक्रम में सांसद सुनील सोरेन, पूर्व मंत्री डॉ लोइस मरांडी, प्रदेश उपाध्यक्ष विनोद शर्मा, जिला अध्यक्ष निवास मंडल, मार्था हांसदा, नीतू झा, रंजना उपाध्याय, पुष्पा सिंह, मिनी देवी, मंजू, वीणा गुप्ता, उषा दास, मुन्नी देवी, अमित रक्षित, मृणाल मिश्रा, पिंटू अग्रवाल, अनूप सिंह, अमरेंद्र कुमार सिंह, ओम केशरी, तरूण साहा, अजय पाठक, सुनीता हेंब्रम, अजय गुप्ता, विशु टुडू आदि मौजूद रहे.
मंगलवार की रात हुए सामूहिक दुष्कर्म की इस वारदात को जघन्यतम बताते हुए माकपा ने 12 दिसंबर, 2020 को धरना देने का ऐलान किया है. आरोपियों की अबतक गिरफ्तारी नहीं होने पर माकपा नेता एहतेशाम अहमद ने कहा कि इस कांड में पुलिस प्रशासन और थाना प्रभारी की निष्क्रियता दिख रही है. वर्ष 2017 में हुए वारदात में 2 दिन के अंदर इसी मुफस्सिल थाना के अंतर्गत सारे आरोपियों की गिरफ्तारी हुई थी. वहीं, इस घटना में जिसकी पहचान पीड़िता द्वारा की गयी, उसकी गिरफ्तारी भी नहीं हुई है. श्री अहमद ने कहा कि ऐसे दुष्कर्मियों को अविलंब गिरफ्तार किया जाए. अगर गिरफ्तारी नहीं हुई तो 12 दिसंबर को 11 बजे से डीसी ऑफिस के समक्ष धरना दिया जायेगा.
Posted By : Samir Ranjan.