PIB Fact Check : साल 2020 अब समाप्त होने वाला है और नये साल की तैयारी जोरों पर है. साल 2020 कोरोना वायरस के नाम रहा. नये साल में कई सारे नियम कानून बदल जाएंगे. इसको लेकर भी खबरें आपतक पहुंच रही होंगी. लेकिन इस बीच एक खबर तेजी से वायरल हो रही है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि नये साल 2021 में यूपीआई से पेमेंट करना भारी पड़ सकता है. दावा किया जा रहा है कि UPI ट्रांजैक्शन (UPI Transaction) महंगा हो जाएगा. लेकिन वायरल मैसेज की जब पड़लाल की गयी तो पता चला की खबर पूरी तरह से फर्जी है. आइये जानते हैं क्या है वायरल मैसेज (viral messages on social media) में और क्या किया जा रहा है दावा. जांच में क्या तथ्य निकलकर सामने आया.
वायरल मैसेज और दावा – पीआईबी की फैक्ट चेक टीम ने वायरल मैसेज को लेकर पड़ताल की है. पीआईबी फैक्ट चेक ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से ट्वीट कर बताया कि वायरल मैसेज में दावा किया जा रहा है कि नये साल से यूपीआई ट्रांजैक्शन महंगे हो जाएंगे व थर्ड पार्टी एप्स से पेमेंट करने पर अतिरिक्त चार्ज लगेंगे.
दावा : एक #खबर में दावा किया जा रहा है कि नए साल से यूपीआई ट्रांज़ैक्शन महंगे हो जाएंगे व थर्ड पार्टी एप्स से पेमेंट करने पर अतिरिक्त चार्ज लगेंगे। #PIBFactCheck : यह दावा गलत है। @NPCI_NPCI ने ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया है।
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— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) December 9, 2020
PIB Fact Check : पीआईबी की टीम ने वायरल मैसेज को लेकर जांच की और यह पाया की दावा पूरी तरह से गलत है. नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (National Payments Corporation of India) ने ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया है.
गौरतलब है इससे पहले भी इस तरह के कई मैसेज वायरल हुए हैं. इसी तरह एक Youtube वीडियो में दावा किया जा रहा था कि केंद्र सरकार ‘महिला शक्ति योजना’ के तहत सभी महिलाओं के बैंक खाते में 60,000 की नकद राशि दे रही है. जिसपर PIB Fact check की टीम जांच में पाया कि यह दावा फर्जी है. पीआईबी की टीम ने बताया, केंद्र सरकार द्वारा ऐसी कोई योजना नहीं चलाई जा रही है.
Posted By – Arbind Kumar Mishra