पटना. कोरोना महामारी के बाद लगाये गये लॉकडाउन के बाद से ही नेशनल और इंटरनेशनल कंपनियां सुरक्षा के लिहाज से अपने कर्मचारियों और अधिकारियों को वर्क फ्रॉम होम करा रही हैं.
साथ ही स्कूल और कॉलेज की क्लासेज भी ऑनलाइन होने से अब लोगों की मोबाइल से कनेक्टिविटी बढ़ गयी है.
घरेलू महिलाएं भी मोबाइल का इस्तेमाल पहले से अधिक कर रही हैं. जो लोग पहले एक जीबी डाटा प्रतिदिन यूज करते थे, वहीं लोग अब तीन जीबी से अधिक डाटा का यूज कर रहे हैं.
इसके कारण लोग प्रीपेड प्लान से पोस्ट पेड प्लान में शिफ्ट रहे हैं ताकि उनके काम में बाधा नहीं पहुंचे.
लॉकडाउन के बाद इंटरनेट का इस्तेमाल काफी तेजी से बढ़ गया है. एेसे में दूरसंचार कंपनियां लगातार नये-नये ऑफर्स ला रही हैं, जिससे उपभोक्ताओं को इंटरनेट के इस्तेमाल में किसी तरह की बाधा नहीं आये.
इंटरनेट के बढ़ते उपयोग के कारण बड़ी संख्या में उपभोक्ता अपने सिम को प्रीपेड से पोस्ट पेड में शिफ्ट करवा रहे हैं. मिली जानकारी के अनुसार पिछले आठ माह में आठ से दस फीसदी उपभोक्ता प्रीपेड से पोस्टपेड में शिफ्ट हुए हैं.
बीएसएनएल के मुख्य महाप्रबंधक जीसी श्रीवास्तव ने बताया कि यह सच है कि पिछले कुछ माह में तीन फीसदी से अधिक उपभोक्ता प्रीपेड से पोस्टपेड प्लान में शिफ्ट हुए हैं.
इसका मुख्य कारण बहुत से प्रोफेशनल उपभोक्ताओं के इंटरनेट के बढ़ते यूज को देखते हुए प्रीपेड प्लान से पोस्टपेड प्लान में आना है. वैसे प्रीपेड का क्रेज बरकरार है.
वहीं जियो कम्यूनिकेशन के एक अधिकारी ने बताया कि पिछले चार-पांच माह से नया ट्रेंड देखने को मिल रहा है. लगभग दस फीसदी उपभोक्ता प्रीपेड प्लान से पोस्टपेड प्लान में आ गये हैं.
अधिकारी की मानें, तो उपभोक्ता एक सिम को दो मोबाइल नंबर से लिंक रखते हैं, ताकि जरूरत पड़ने पर डाटा का इस्तेमाल कर सकें. इसी तरह अन्य दूरसंचार कंपनियों का हाल है.
Posted by Ashish Jha