खान निरीक्षक त्रिवेणी दास पांच हजार रुपये घूस लेते पकड़े गये थे. उनके खिलाफ 10 साल से कार्यवाही चल रही है, जो अब तक पूरी नहीं हुई. हालांकि विभागीय कार्यवाही सिर्फ दो माह में पूरा करने का आदेश था. त्रिवेणी दास 2010 में खान निरीक्षक के पद पर पदस्थापित थे. धनबाद में पदस्थापन के दौरान निगरानी ने उन्हें गोविंदपुर थाना के जंगलपुर निवासी मोईनुद्दीन अंसारी की शिकायत पर 10 जून 2010 को पांच हजार रुपये घूस लेते गिरफ्तार किया था.
मोइनुद्दीन को खनन पट्टा और परमिट देने के बदले वह घूस मांग रहे थे. मामले की जांच के दौरान इसकी जानकारी मिली कि पकड़े जाने से पहले त्रिवेणी दास बतौर घूस 15 हजार रुपये ले चुके थे. बार-बार घूस मांगने से तंग आकर ही मोइनुद्दीन ने निगरानी में इसकी शिकायत की थी.
निगरानी द्वारा खान निरीक्षक को घूस लेते पकड़े जाने की सूचना देने के बाद विभाग ने उसी वर्ष जुलाई में विभागीय कार्यवाही चलाने का आदेश जारी किया. संचालन और उपस्थापन पदाधिकारी नियुक्त कर सिर्फ दो महीने में विभागीय कार्यवाही पूरा करने का आदेश दिया गया था, लेकिन अब तक विभागीय कार्यवाही पूरी नहीं हो सकी है.
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