कोरोना वायरस के प्रकोप से जहां एक ओर पूरी दुनिया की आर्थिक स्थिति खराब हो गयी है, वहीं दूसरी ओर इस महामारी काल में भी चीन (China) की अर्थव्यवस्था ने लंबी छलांग लगायी है. चीन ने कई क्षेत्रों में सफला हासिल करने का दावा किया है. इस बीच चीन से एक चौंकाने वाली खबर सामने आ रही है. बताया जा रहा है कि चीन ने नकली सूरज (artificial sun) बनाने में सफलता हासिल कर ली है.
जिस नकली सूरज को लेकर चीन का माखौल बनाया गया था, उसे आखिरकार सच कर दिखाया है. चीनी मीडिया के अनुसार चीन ने नकली सूरज तैयार कर लिया है. दावा किया जा रहा है कि चीन का नकली सूरज असली सूरज से 10 गुना ज्यादा शक्तिशाली और ऊर्जा देने वाला होगा.
2006 से ही नकली सूरज पर काम कर रहा था चीन
चीनी मीडिया के अनुसार चीन 2006 से ही इस प्रोजेक्ट पर काम कर रहा था. चाइना नेशनल न्यूक्लियर कॉर्पोरेशन और साउथवेस्टर्न इंस्टीट्यूट ऑफ फिजिक्स के वैज्ञानिकों ने नकली सूरज बनाने की दिशा में काम किया और सफलता हासिल की. चीनी मीडिया के अनुसार नकली सूरज को बनाने का मकसद ज्यादा से ज्यादा सोलर एनर्जी पाना है.
चीन ने कृत्रिम सूरज का नाम HL-2M Tokamak दिया
चीनी मीडिया ने जिस कृत्रिम सूरज बनाने का दावा किया है उसका नाम HL-2M Tokamak दिया गया है. इस सूरज के जरिये ऐसे समय में ऊर्जा प्राप्त की जा सकेगी, जिस समय मौसम खराब होगी और सूरज की रोशनी नहीं मिलेगी.
कैसे बनाया नकली सूरज
चीनी मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार नकली सूरज बनाने के लिए चीन ने हाइड्रोजन गैस को 5 करोड़ डिग्री सेल्सियस के तापमान पर गर्म किया, फिर उस तापमान को 102 सेकंड तक स्थिर रखा गया. चीनी अखबार पीपल्स डेली की रिपोर्ट को अगर मानें तो कृत्रिम सूरज से 10 गुना ज्यादा गर्मी मिलेगी.
चीन ने दुनिया का पहला क्वांटम कंप्यूटर बनाने का दावा किया
इसी तरह चीन के वैज्ञानिकों ने प्रकाश आधारित , दुनिया का पहला क्वांटम कंप्यूटर बनाने का दावा किया है. वैज्ञानिकों के मुताबिक यह कंप्यूटर पारंपरिक सुपर कंप्यूटर के मुकाबले कहीं अधिक तेजी से कार्य कर सकता है.
Posted By – Arbind Kumar Mishra