RBI Monetary Policy Update, Repo Rate : भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति की तीन दिवसीय बैठक शुक्रवार को खत्म हो गयी. बैठक के बाद के गवर्नर शक्तिकांत दास प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बैठक में लिये गये अहम फैसलों के बारे में जानकारी दी. शक्तिकांत दास ने बताया कि मौद्रिक नीति समिति ने एकमत से पॉलिसी रेपो रेट को बिना किसी फेरबदल के 4% रखने के लिए वोट किया है. उन्होंने कहा कि MSF रेट और बैंक रेट बिना किसी बदलाव के साथ 4.25% है और रिवर्स रेपो रेट बिना किसी बदलाव के साथ 3.35% है.
Monetary Policy Committee (MPC) voted unanimously to keep the policy repo rate unchanged at 4 per cent: RBI Governor Shaktikanta Das pic.twitter.com/gBWlg1vrpa
— ANI (@ANI) December 4, 2020
गवर्नर शक्तिकांत दास प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि समय रेपो रेट 4 फीसद पर बनी हुई है. इससे आने वाले समय में रेपो रेट में कमी की गुंजाइश बनी हुई है. उन्होंने कहा कि हम वित्तीय क्षेत्र की स्थिरता को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं और इसे करने के लिए जो भी जरूरी होगा हम करेंगे. मालूम हो कि केंद्रीय बैंक इस साल फरवरी से नीतिगत दर या रेपो दर में 1.15 फीसदी की कटौती कर चुका है. शक्तिकांत दास की अगुवाई वाली छह सदस्यीय मौद्रिक नीति समिति की बैठक दो दिसंबर को शुरू हुई थी.
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रेपो रेट वह दर होती है जिस पर आरबीआई छोटी समय सीमा के लिए बैंकों को कर्ज देता है. जब बैंक को रिजर्व बैंक से कम ब्याज दर पर लोन मिलेगा तो उनके फंड जुटाने की लागत कम होगी. इस वजह से वे अपने ग्राहकों को सस्ता कर्ज दे सकते हैं. इसका सीधा सा मतलब है कि रेपो रेट कम होने पर आपके कोई भी लोन जैसे – कार, होम या फिर पर्सनल लोन हो उसपर ब्याज की दरें कम हो सकती हैं.
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