पटना . मनरेगा के तहत अब निजी भूमि पर योजनाएं शुरू की जायेंगी. इसमें लाभुकों के स्वयं की भूमि पर दो सौ पौधे भी लगाये जायेंगे. एक लाभुक के पास पर्याप्त भूमि नहीं रहने पर दो-तीन किसान मिल कर इस योजना का
लाभ लेकर सकते हैं. योजना के तहत किसानों के पसंद से काष्ठ या फलदार पौधे ही लगाने होंगे. पटवन की सुविधा के लिए भी हैंडपंप व टैंक की व्यवस्था की जायेगी. साथ ही लाभ लेने वाले लाभुक के परिवार के एक सदस्य को पांच वर्ष के लिए वन पोषक जिम्मेदारी भी मिलेंगी. इसमें 80 प्रतिशत से अधिक पौधे जीवित रहने पर आठ मानव दिवस प्रतिमाह की राशि भी बतौर मजदूरी दी जायेगी.
मंगलवार को महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना के तहत मंगलवार से ‘ ग्राम पंचायत सबकी योजना, सबका विकास ‘ कार्यक्रम की शुरुआत की गयी. अब इस कार्यक्रम के तहत मनरेगा में व्यक्तिगत लाभ की योजनाओं पर तेजी से काम किया जायेगा.
मनरेगा के तहत शुरू किये गये इस अभियान का लाभ लेने के लिए केवल 12 वर्ग विशेष के लोग अधिकृत किये गये हैं.
ग्रामीण विकास की ओर से तय मानक के तहत इस अभियान में केवल अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, घुमंतू जातियां, गैर अनुसूचित जातियां, गरीबी रेखा के नीचे के परिवार, महिला प्रधान परिवार, दिव्यांग प्रधान परिवार, भूमि सुधार के लाभार्थी, प्रधानमंत्री आवास और इंदिरा आवास योजना के लाभार्थी निजी भूमि पर सामाजिक वानिकी के तहत अपनी जमीन पर योजना की शुरुआत कर सकते हैं.
साथ ही अनुसूचित जनजाति एवं पारंपरिक वनवासी, लघु या सीमांत कृषक और निजी भूमि पर सामाजिक वानिकी के तहत अपनी जमीन पर योजना की शुरुआत कर सकते हैं. ग्रामीण विकास विभाग की ओर से संचालित होने वाली यह योजना छह प्रोजेक्टों पर व्यक्तिगत लाभ के लिए मिलेगी.
Posted by Ashish Jha