भाजपा के वरिष्ठ नेता और राज्य के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी आगामी दो दिसंबर को दोपहर साढ़े 12 बजे राज्यसभा चुनाव के लिए अपना नामांकन का परचा दाखिल करेंगे. पटना प्रमंडल के आयुक्त कार्यालय में उनके नामांकन दाखिल करते समय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष डा संजय जायसवाल, पूर्व सीएम जीतन राम मांझी, वीआइपी के अध्यक्ष मुकेश सहनी समेत एनडीए के अनेक नेता मौजूद रहेंगे. तीन दिसंबर को नामांकन का अंतिम दिन है. चार दिसंबर को नामांकन पत्रों की जांच की जायेगी और सात दिसंबर तक नाम वापस लिये जा सकेंगे.
सूत्रों के मुताबिक राजद की ओर से भी राज्यसभा चुनाव के लिए मुस्लिम उम्मीदवार उतारे जाने की चर्चा है. इस संबंध में पार्टी की शीर्ष नेताओं की शनिवार को बैठक हुई. आधिकारिक तौर पर सोमवार को इसकी घोषणा की जा सकती है. राजद की आेर से उम्मीदवार उतारे जाने की स्थिति में 14 दिसंबर को इस एक सीट के लिए चुनाव कराये जायेंगे. विधानसभा में संख्या बल की दृष्टिकोण से भाजपा उम्मीदवार सुशील कुमार मोदी का चुनाव जीतना तय माना जा रहा है. एक उम्मीदवार होने की स्थिति में नाम वापसी के दिन जीत की घोषणा होती है.
राज्यसभा चुनाव में एनडीए को वाक ओवर देने की बजाय आम राय से उम्मीदवार उतारे जाने को लेकर राजद की पहल हो रही है. इस संबंध में महागठबंधन से एक राय बनाई जा रही है. राजद की मंशा है कि किसी भी भी स्थिति में भाजपा की तरफ से राज्यसभा के लिए घोषित उम्मीदवार सुशील कुमार मोदी की जीत में अवरोध किया जाये.
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सूत्रों के अनुसार राजद मुस्लिम उम्मीदवार उतारता है, तो एआइएमआइएम का साथ मिलने में परेशानी नहीं होगी. इससे मुकाबला काफी नजदीकी हो सकता है. स्पीकर के चुनाव के दौरान राजद उम्मीदवार के पक्ष में 114 विधायकों का समर्थन मिला था. हालांकि एनडीए उम्मीदवार को 126 विधायकों का समर्थन हासिल हुआ.
सुशील मोदी बिहार के सबसे अधिक दिनों तक उप मुख्यमंत्री रहने वाले नेता हैं. जेपी आंदाेलन के सिपाही रहे सुशील कुमार मोदी पटना विवि में छात्रसंघ के महामंत्री रहे. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के तीन बार राष्ट्रीय मंत्री बने श्री मोदी पहली बार 1990 में पटना सेंट्रल विधानसभा से चुनाव जीत कर विधायक बने. तीन बार लगातार इसी क्षेत्र से विधायक बने मोदी 1996 से 2004 तक विधानसभा में विपक्ष के नेता रहे.
2004 के लोकसभा चुनाव में भागलपुर लोकसभा सीट से सांसद निर्वाचित श्री मोदी 2005 में राज्य में एनडीए की बनी पहली सरकार में उप मुख्यमंत्री बनाये गये. 1962 में भारत-चीन लड़ाई के दौरान राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ से जुड़े. मोदी 1995 में भाजपा के राष्ट्रीय मंत्री, 2004 में भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और 2005 में प्रदेश अध्यक्ष बनाये गये. वे राज्य में लंबे अरसे तक उप मुख्यमंत्री रहे.
Posted by: Thakur Shaktilochan