नयी दिल्ली : कोरोना महामारी के कारण मार्च से बंद हुए स्कूल कब खुलेंगे यह सवाल पूरे देश में सबकी जुबान पर है. ऐसे में दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन का यह कहना कि जब तक सरकार छात्रों की सुरक्षा को लेकर आश्वस्त नहीं हो जाती, तब तक राष्ट्रीय राजधानी में स्कूल नहीं खोले जाएंगे.
गौरतलब है कि कोविड-19 की रोकथाम के लिए केंद्र सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के तहत देशभर में 16 मार्च से विश्वविद्यालय और कॉलेज बंद हैं. 25 मार्च को राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन लागू किया गया था. जैन ने पत्रकारों से कहा, स्कूल दोबारा खोलने की फिलहाल कोई योजना नहीं है. उम्मीद है कि जल्द ही टीका उपलब्ध हो जाएगा. जब तक सरकार छात्रों की सुरक्षा को लेकर आश्वस्त नहीं हो जाती, तब तक स्कूल दोबारा नहीं खोले जायेंगे.
जब दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री कोरोना से बच्चों की सुरक्षा को लेकर आश्वस्त नहीं हैं, तो फिर दूसरे प्रदेशों में बच्चे कैसे सुरक्षित हो सकते हैं. यही वजह है कि जिन राज्यों में स्कूल खुले, वहां या तो बच्चों की उपस्थिति ही नजर नहीं आयी या फिर संक्रमण के कारण स्कूल बंद कर दिये गये. हिमाचल- पंजाब जैसे राज्यों ने भी स्कूलों को बंद कर दिया है.
वहीं आज दिल्ली उच्च न्यायालय ने कहा कि पुलिस और प्रशासन कोविड-19 दिशा-निर्देर्शों के उल्लंघन के मामले में नकद जुर्माना वसूलने से बचे और शहर की आप सरकार इसके लिए एक पोर्टल बनाये. अदालत ने इस बात पर गंभीर चिंता जताई कि सिर्फ नवंबर के महीने में अभी तक संक्रमण से 2,000 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है.
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अदालत ने आप सरकार से यह भी जानना चाहा कि महामारी के दौर में जुर्माने की राशि वसूलने और उस राशि का उपयोग करने के लिए क्या कर रही है. विवाह समारोह में शामिल होने वाले लोगों की संख्या फिर से कम करके 50 किए जाने पर अदालत ने पूछा कि इस नियम को कैसे लागू किया जा रहा है और इसे लागू करने के लिए क्या प्रोटोकॉल बनाए गए हैं, क्योंकि इस सीजन में बड़ी संख्या में विवाह समारोह होते हैं.
Posted By : Rajneesh Anand