अब कड़ाके की ठंड आपको सताने वाली है. जी हां..बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना गहरे दबाव का क्षेत्र चक्रवात ‘निवार’ में परिवर्तित (Cyclone Nivar) हो चुका है और इसके बुधवार को यानी आज भारी तूफान के रूप में तमिलनाडु और पुडुचेरी के तट से टकराने की आशंका है. तूफान के मद्देनजर तमिलनाडु और पड़ोसी केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी के प्रशासन को अलर्ट पर रखा गया है और असुरक्षित इलाकों से लोगों को निकालने सहित एहतियाती उपाय सरकार द्वारा किए जा रहे हैं.
कुछ महीने पहले मौसम विभाग ने बताया था कि अक्टूबर और नवंबर के महीने में चक्रवात की आशंका है जिसके कारण ठंड बढ सकती है. इस साल ला नीना की स्थिति के कारण कड़ाके की ठंड पड़ने के आसार नजर आ रहे हैं. यह जानकारी भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने पहले ही दे दी है. उन्होंने कहा है कि यह नहीं मानना चाहिए कि जलवायु परिवर्तन से तापमान में बढ़ोतरी होती है बल्कि इसके विपरीत इसके कारण मौसम अनियमित हो जाता है.
महापात्र ने कहा कि चूंकि ला नीना की स्थिति कमजोर नजर आ रही है, यही वजह है कि हम इस वर्ष ज्यादा ठंड की उम्मीद कर सकते हैं. यदि शीत लहर की स्थिति के लिए बड़े कारक की बात करें तो अल नीनो और ला नीना बड़ी भूमिका निभाते हैं. शीत लहर की स्थिति के लिए ला नीना अनुकूल माना जाता है जबकि अल नीनो की स्थिति इसके लिए सहायक नहीं होती.
देर शाम भारी तूफान के रूप में टकरा सकता है ‘निवार’: मौसम विभाग ने बताया कि ‘निवार’ बुधवार को चेन्नई से 50 किलोमीटर दूर राज्य के मामल्लापुरम और पुडुचेरी के कराइकल तट से बुधवार देर शाम भारी तूफान के रूप में टकरा सकता है और इस दौरान 100 से 110 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती है, जिसकी गति 120 किलोमीटर प्रति घंटे तक जा सकती है. विभाग ने कहा कि बुधवार को तूफान के प्रभाव से तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के ज्यादातर हिस्सों में बारिश हो सकती है. कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश भी हो सकती है.
Posted By : Amitabh Kumar