पराग्वे की लाईफलाइन पराग्वे नदी सूख रही है. कुछ स्थानों पर नदी इस कदर सूखी है कि जहाज का परिचालन संभव नहीं है. समुद्र तक पहुंचने का एकमात्र जरिया इस नदी के सूखने से पराग्वे की अर्थव्यवस्था संकट में है. निजी सेक्टर को तकरीबन 25 करोड़ डॉलर का नुकसान पहुंचा है. ये नदी कितनी महत्वपूर्ण है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि देश के नाम पर नदी को भी पराग्वे बुलाया जाता है. बीते साल यानी 2019 में जितना सामान आयात किया गया, उसका 52 फीसदी हिस्सा पराग्वे नदी के जरिए ही लाया गया.
Posted By- Suraj Thakur