नयी दिल्ली : विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने गुरुवार को कहा कि भारत और चीन के बीच अंतिम बार आठ नवंबर को अंतिम बार एक स्पष्ट और गहन चर्चा हुई थी. हमने एक दूसरे को जल्द ही वार्ता आयोजित करने और मुद्दों को हल करने के लिए सहमत हैं.
The last Indo-China dialogue on November 8 was a candid and an in-depth discussion between the two sides. We have committed to each other to hold further talks soon and resolve the issues: Anurag Srivastava, MEA Spokesperson pic.twitter.com/F2ZNpFFz0E
— ANI (@ANI) November 19, 2020
मालूम हो कि भारत और चीन के बीच आठ नवंबर को कमांडर स्तर की द्विपक्षीय वार्ता हुई थी. कई घंटों चली लंबी वार्ता के बाद लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर गतिरोध वाले स्थानों से सैनिकों की वापसी पर विचार-विमर्श हुआ था.
बताया जाता है कि भारत और चीन के बीच पैंगोंग झील इलाके में इस साल अप्रैल-मई माह के बाद बने सभी ढांचों को दोनों पक्ष ध्वस्त करेंगे. साथ ही देपसांग के मैदानी इलाकों के मुद्दे पर अलग से दोनों देश बातचीत करेंगे.
विदेश मंत्रालय के मुताबिक, चीन के साथ चल रहे सीमा विवाद को लेकर दोनों देश बातचीत के जरिये हल तलाशने की कोशिश कर रहे हैं. दोनों देश बातचीत के जरिये ऐसे हल की तलाश की कोशिश कर रहे हैं, जो दोनों पक्षों को मान्य हो, ताकि सीमाई इलाकों में शांति स्थापित हो सके.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा पिछली बैठक के बाद कहा था कि बातचीत को लेकर दोनों देश भारत और चीन सैन्य और राजनयिक स्तर पर लगातार एक-दूसरे के संपर्क में हैं. मालूम हो कि पिछले कई माह से चीन के साथ सीमा विवाद चल रहा है.
इसी साल पूर्वी लद्दाख की वास्तविक नियंत्रण रेखा के समीप गलवान घाटी में दोनों देशों के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हो गयी थी. इसमें 20 भारतीय जवानों के शहीद होने की सूचना आयी थी. वहीं, चीन को भी काफी नुकसान उठाना पड़ा था. हालांकि, चीन ने आधिकारिक रूप से नुकसान की विस्तृत सूचना नहीं दी थी.