पटना : शिक्षा विभाग ने प्रदेश के 814 मदरसों, 72 गैर सरकारी मान्यताप्राप्त अनुदानित अल्पसंख्यक हाइस्कूलों और 47 अनुदानित संस्कृत विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों के वेतन की वृद्धि का निर्णय लिया है.
वृद्धि दर से वेतन के निर्धारण के लिए वित्त विभाग के परामर्श से अलग से निर्देश दिये जायेंगे. यह निर्णय एक अप्रैल, 2021 से प्रभावी होगा. इसकी अधिसूचना शिक्षा विभाग ने बुधवार को जारी कर दी है. इस निर्णय से राज्य के करीब सात हजार शिक्षकों को फायदा होगा.
आधिकारिक जानकारी के मुताबिक 29 अगस्त को राज्य सरकार ने पंचायती राज संस्थानों और नगर निकाय संस्थानों के तहत कार्यरत शिक्षकों और पुस्तकालायाध्यक्षों के वर्तमान वेतन में एक अप्रैल, 2021 से 15 फीसदी का इजाफा करने का निर्णय लिया गया था.
इसी अनुपात में अल्पसंख्यक विद्यालयों ,मदरसों एवं संस्कृत विद्यालयों के वेतन में इजाफा करने का निर्णय लिया गया है. आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक यह निर्णय सामाजिक सुरक्षा एवं कल्याण के मकसद से लिया गया है. दरअसल, इस तरह की वेतन वृद्धि इपीएफ स्कीम प्रोस्पेक्टिव इफैक्ट के आधार पर की जायेगी है.
उदाहरण के लिए राज्य के गैर मान्यता प्राप्त अल्पसंख्यक विद्यालय के वे शिक्षक, जिनका मासिक वेतन 15 हजार रुपये है, वैसे शिक्षकों को राज्य सरकार अपना अंशदान 13 प्रतिशत देगी. आचार संहिता खत्म होने के बाद इस कैबिनेट से पास इस निर्णय की अधिसूचना जारी की गयी है. इसी दर पर वेतन वृद्धि मदरसों एवं अनुदानित संस्कृत विद्यालयों के शिक्षकों को भी देय होगी.
इस कोटि के 18 श्रेणी के इंडेक्स वेतनमान देय होंगे. प्रत्येक इंडेक्स में तीन लेवल रखे गये हैं. उदाहरण के लिए इंडेक्स वन में लेवल वन के शिक्षकों को 13370 , लेवल दो के शिक्षकों को 19540 और तीसरे लेवल के इसी इंडेक्स के शिक्षकों को 20560 रुपये वेतन मिलेगा.
सबसे अंतिम इंडेक्स 18 के लेवल वन के शिक्षक को 22200, लेवल टू के शिक्षक को 32440 और लेवल थ्री के शिक्षक को 34080 रुपये वेतन दिया जायेगा. उल्लेखनीय है कि पे-मैट्रिक्स में ग्रेड पे 2400 और 2800 रुपये रखी गयी है.
जबकि लेवल लेवल वन पर इंट्री पे 5200- सेकेंड लेवल पर 7600 और लेवल थ्री पर इंट्री पे 8000 रखी गयी है. इसके अलावा इन शिक्षकों को समय-समय पर घोषित मंहगाई भत्ता ,चिकित्सा भत्ता, मकान किराया भत्ता एवं देय वार्षिक वेतन वृद्धि देय होगी.
Posted by Ashish Jha