राहुल गांधी ने ट्वीट मोदी सरकार के विकास के नारे पर सवाल खड़ा किया है और उन्होंने पूछा है कि यह विकास है कि विनाश है. उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि बैंक मुसीबत में हैं और GDP भी. महँगाई इतनी ज़्यादा कभी नहीं थी, ना ही बेरोज़गारी. जनता का मनोबल टूट रहा और सामाजिक न्याय प्रतिदिन कुचला जा रहा है. विकास या विनाश? गौरतलब है कि राहुल गांधी लगातार इन मुद्दों पर सरकार को घेरते रहते हैं.
इससे पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने नोटबंदी को लेकर रविवार को केंद्र सरकार की आलोचना की. साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि नोटबंदी ने अर्थव्यवस्था को ‘बरबाद’ किया. वहीं, सत्ता के करीबी कुछ पूंजीपतियों की मदद की गयी. राहुल गांधी के ट्वीट के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर पलटवार किया है. उन्होंने कहा है कि नोटबंदी से कालेधन को कम करने, आयकर अनुपालन और प्रक्रिया को औपचारिक रूप देने तथा पारदर्शिता बढाने में सहायता मिली. साथ ही कहा कि इन परिणामों से राष्ट्र की प्रगति को बहुत फायदा हुआ है.
जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने नोटबंदी को लेकर रविवार को ट्वीट कर केंद्र सरकार की आलोचना की. साथ ही चार साल पहले नोटबंदी को लेकर आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस कदम का मकसद कुछ ”उद्योगपति मित्रों” की मदद करना था. साथ ही कहा कि नोटबंदी ने भारतीय अर्थव्यवस्था को ”बरबाद” कर दिया.
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कांग्रेस नेता ने ट्वीट कर कहा कि ”नोटबंदी प्रधानमंत्री की सोची समझी चाल थी, ताकि आम जनता के पैसे से ‘मोदी-मित्र’ पूंजीपतियों का लाखों करोड़ रुपय कर्ज माफ किया जा सके. गलतफहमी में मत रहिए- गलती हुई नहीं, जान-बूझ कर की गयी थी. इस राष्ट्रीय त्रासदी के चार साल पर आप भी अपनी आवाज बुलंद कीजिए.”
राहुल गांधी के ट्वीट के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा है कि नोटबंदी से कालेधन को कम करने, आयकर अनुपालन और प्रक्रिया को औपचारिक रूप देने तथा पारदर्शिता बढ़ाने में सहायता मिली. मोदी ने ट्वीट कर कहा कि इन परिणामों से राष्ट्र की प्रगति को बहुत फायदा हुआ है.
Posted By: Pawan Singh