पटना : महावीर मंदिर में शुक्रवार को पूरी श्रद्धा के साथ हनुमान जयंती मनायी जायेगी. मुख्य पूजा सुबह 10:30 बजे शुरू होगी. इसी पूजा के क्रम में ध्वज परिवर्तन किया जायेगा. आचार्य किशोर कुणाल स्वयं इस विशेष पूजा पर बैठेंगे.
पूजा के बाद उपस्थित श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद का वितरण किया जायेगा. हनुमान-जयंती के उपलक्ष्य में महावीर मंदिर में चल रहे रामचरितमानस नवाह पाठ की भी समाप्ति होगी और रात 8 बजे इस निमित्त हवन का कार्यक्रम होगा.
अयोध्या की प्रसिद्ध हनुमानगढी में भी 3 नवंबर को ही हनुमान-जयंती मनाने की सूचना है. जगद्गुरु रामानन्दाचार्य के द्वारा समर्थित होने के कारण रामानन्द सम्प्रदाय के लोगों के लिए कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी की ही अंतिम मान्यता है.
महावीर मंदिर रामानन्द समप्रदाय से जुड़े रहने के कारण यहां कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी तिथि को ही हनुमान-जयंती मनाने की परंपरा है.हनुमान-जयंती पूरे देश में अत्यंत श्रद्धा और धार्मिक भक्ति के साथ मनायी जाती है.
इसे महावीर हनुमानजी का जन्म-दिन माना जाता है. रामानन्दाचार्य ने वैष्णव-मताब्ज-भास्कर नामक ग्रन्थ में हनुमत-जन्म-व्रतोत्सव पर चर्चा करते हुए लिखा है कि कपियों में श्रेष्ठ हनुमानजी का जन्म अंजना के गर्भ से कार्तिक मास के कृष्णपक्ष की चतुर्दशी तिथि को मेष लग्न में हुआ था. उनके जन्म दिन के अवसर पर व्रत, उत्सव आदि करना चाहिए.
Posted by Ashish Jha