बोकारो : कोरोना जांच के लिए अब भी लोगों को इंतजार करना पड़ रहा है. जिले की आबादी 23 लाख के पार है. हर कोई कोरोना जांच कराने के लिए बैचेन है. लेकिन सात माह (24 मार्च से 30 अक्तूबर तक) में स्वास्थ्य विभाग ने मात्र दो लाख 385 लोगों का ही स्वाब सैंपल कलेक्शन किया है. अब तक संक्रमण की रिपोर्ट मात्र 93 हजार 380 लोगों को ही मिल पायी है. रिपोर्ट के इंतजार में अब भी एक लाख 12 हजार 496 लोग बेचैन हैं.
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार सात माह में कुल पांच हजार 212 लोग संक्रमित मिले, जबकि 88 हजार 168 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आयी है. जिले में अभी कुल 756 लोग एक्टिव कोरोना संक्रमित हैं. कुछ लोग बोकारो जेनरल अस्पताल, कैंप दो नर्सिंग ट्रेनिंग सेंटर व अन्य सरकारी अस्पताल के कोविड-19 वार्ड में इलाजरत हैं, जबकि दर्जनों संक्रमितों को एहतियात के तौर पर हाउस आइशोलेशन में रखा गया है.
पिछले सात माह में अस्पताल से ठीक होकर 4507 लोग घर गये. कोरोना संक्रमण से बोकारो जिला में केवल 36 लोगों की मौत हुई है. लगभग सभी की उम्र 50 से 70 के बीच थी. कई लोग गंभीर रूप से दूसरे बीमारी से भी ग्रसित थे. 26 लोगों की मौत बोकारो में हुई, जबकि 10 लोगों की मौत झारखंड व बंगाल के विभिन्न अस्पतालों में कोविड 19 इलाज के दौरान हुई.
राज्य सरकार के निर्देशानुसार स्वाब सैंपल कलेक्शन के लिए कई बार स्पेशल कैंप लगा. कैंप में अधिक से अधिक लोगों के स्वाब सैंपल लेने का लक्ष्य निर्धारित किया गया. निर्धारित लक्ष्य को स्वास्थ्य विभाग ने पूरा किया, लेकिन जांच रिपोर्ट देने में पीछे है. आम लोग लगातार जांच के लिए सैंपल देने सदर अस्पताल कैंप दो पहुंच रहे है. प्रतीक्षा में अधिक सैंपल होने के कारण कलेक्शन की रफतार भी थोडी कम कर दी गयी है.
डॉ एके पाठक, सिविल सर्जन, बोकारो ने कहा कि कोशिश हो रही है कि जितना सैंपल इकट्ठा किया जा रहा है, जल्द से जल्द सभी का रिपोर्ट दे दी जाए. कैंप दो सदर अस्पताल में होने वाले ट्रू-नेट व रैपिड एंटीजैन की रिपोर्ट एक से दो दिन के अंदर मिल जाती है. लेकिन धनबाद कोरोना लैब में आरटीपीसीआर की रिपोर्ट कब मिलेगी यह बता पाना परेशानी भरा है. वहां के लैब पर भी सैंपल का काफी दबाव है. बाहर के सरकार के अनुबंध वाले निजी लैब से जांच कराने के लिए भी सैंपल भेजा जा रहा है.
posted by : sameer oraon