पटना : राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं को पटरी पर लाने को महागठबंधन की सरकार डाॅक्टर व पैरा मेडिकल स्टाफ की हर 15 दिनों के अंतराल पर खुली बहाली करेगी. यानी योग्य अभ्यर्थियों को नौकरी के लिए भर्ती बोर्ड या आयोग की प्रक्रिया से नहीं गुजरना होगा़
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अथवा मेडिकल संस्थान के निदेशक केवल डिग्री का सत्यापन कर नियुक्तिपत्र जारी करेंगे़ पिछड़े इलाकों में विशेषज्ञ डॉक्टर की कमी दूर करने को जब तक वह सेवा देंगे निर्धारित से डेढ़ से दो गुना अधिक वेतन दिया जायेगा़
कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर स्वास्थ्य सेवाओं में बिहार के सबसे पिछड़ा होने के लिए राज्य-केंद्र सरकार को दोषी ठहराया.
जनता से सरकार बनाने का मौका देने की अपील करते हुए अपनी योजनाओं से भी अवगत कराया़ सुरजेवाला ने बिहार सरकार की ओर से सुप्रीम कोर्ट में दिये शपथपत्र व हेल्थ इंडेक्स के सिलसिलेवार आंकड़े पेश करते हुए कहा कि नीतीश कुमार-सुशील मोदी सरकार ने बिहार की स्वास्थ्य सेवाओं को आइसीयू में पहुंचा दिया है़
मौके पर राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन खेड़ा, मदन मोहन झा, कांग्रेस के प्रेमचंद्र मिश्रा, राजेश राठौर, राेहन गुप्ता, असितनाथ तिवारी आदि मौजूद थे.
Posted by Ashish Jha