बिहार चुनाव 2020 के दूसरे चरण में 17 जिलों की 94 सीटों के लिए तीन नवंबर को चुनाव होना है. जिसमें एनडीए और महागठबंधन के बीच आर-पार का मुकाबला होने वाला है. महागठबंधन में मुख्यमंत्री पद के चेहरे तेजस्वी यादव और उनके भाई तेज प्रताप यादव समेत राजद की 27 विधायकों की किस्मत का फैसला भी इसी दिन होना है. वहीं एनडीए में सरकार के आधा दर्जन मंत्रियों समेत कई प्रमुख उम्मीदवारों का भी इस दिन राजनीतिक भविष्य तय होने वाला है. आइये जानते हैं इन सीटों पर पिछले विधानसभा चुनाव का क्या परिणाम रहा था…
2015 के चुनाव में इन 94 सीटों में 70 सीटें तत्कालीन महागठबंधन के दल जदयू-राजद-कांग्रेस को मिली थीं. इनमें से राजद को 33, जदयू को 30 और कांग्रेस को सात सीटों पर जीत हासिल हुई थी. उस समय तत्कालीन एनडीए में शामिल भाजपा को 20 और लोजपा को दो सीटों पर जीत हासिल हुई थी. वहीं, हम और रालोसपा का खाता तक नहीं खुल पाया था. इसके अलावा भाकपा-माले को एक और कांटी से एक निर्दलीय विधायक ने जीत दर्ज की थी.
दूसरे चरण की इस अहम लड़ाई में नेता प्रतिपक्ष समेत महागठबंधन के 27 विधायकों की प्रतिष्ठा दांव पर है. इनमें तेज प्रताप, ऐज्या यादव, आलोक कुमार मेहता, भाई वीरेंद्र, डॉ रामानुज प्रसाद सहित 19 विधायकों की प्रतिष्ठा दांव पर रहेगी. इसके अलावा राजद ने दो अन्य विधायकों के परिजनों को भी चुनाव में उतारा है. जबकि कांग्रेस की तरफ से पांच विधायकों की साख दांव पर लगी है.
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इस चरण में कुछ चर्चित चेहरे इस चुनावी चरण में हैं. इनमें बाहुबली नेता आनंद मोहन के पुत्र चेतन आनंद और पूर्व सांसद सिने अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा के पुत्र लव सिन्हा भी शामिल हैं. जहां तक कांग्रेस का सवाल उसके पांच सिटिंग विधायक हैं. इनमें दो विधायकों की सीटें बदल गयी हैं. वाम दलों में केवल एक सिटिंग विधायक माले के हैं. सीपीआइ और सीपीएम का एक भी सिटिंग विधायक चुनाव मैदान में नहीं है.
दल- प्रत्याशियों की संख्या
राजद- 56
कांग्रेस- 24
माले – 06
सीपीआइ- 04
सीपीएम- 04
कुल सीट- 94
दल -विजयी सीटें
राजद : 33
जदयू : 30
भाजपा : 20
कांग्रेस : 07
लोजपा : 02
भाकपा-माले : 01
निर्दलीय : 01
Posted by : Thakur Shaktilochan