रांची : सरायकेला शैली के छऊ गुरु पद्मश्री पंडित श्यामा चरण पति (84) का बुधवार की रात रांची के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया. वह पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे. पंडित श्यामा चरण पति मूल रूप से राजनगर प्रखंड के ईचा गांव के रहने वाले थे. फिलहाल वे अपने परिवार के साथ बेंगलुरु में रह रहे थे.
कुछ माह पहले वह निजी वजहों से रांची आये थे और यहां लॉकडाउन हो जाने की वजह से लौट नहीं पाये. यहां वह स्थानीय वृद्धाश्रम में रह रहे थे. कुछ दिन पहले उनकी तबीयत खराब होने पर उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. निधन की सूचना मिलने पर उनके पुत्र बेंगलुरु से रांची पहुंचे गये हैं.
पंडित श्यामा चरण का शव बेंगलुरु ले जाया जायेगा. अंतिम संस्कार वहीं किया जायेगा. पद्मश्री पं श्यामा चरण पति की गिनती छऊ के विशेषज्ञों में होती थी. वह बचपन से छऊ सीखने लगे थे. उनका नृत्य देखने के लिए छऊ अखाड़े में भीड़ उमड़ती थी.
उन्होंने छऊ के जरिये देश-विदेश में अन्य भाषा-संस्कृति वालों को भी अपनी ओर आकर्षित किया. छऊ कला के विकास में अतुलनीय योगदान के लिए भारत सरकार ने वर्ष 2006 में उन्हें पद्मश्री सम्मान से नवाजा.
राजकीय छऊ कला केंद्र, सरायकेला के निर्देशक गुरु तपन पट्टनायक ने कहा कि पद्मश्री श्यामा चरण पति के निधन से सरायकेला-खरसावां जिले के कलाकार मर्माहत हैं. सरायकेला छऊ ने एक अग्रणी कलाकार व गुरु खो दिया है. वह नये कलाकारों को हमेशा सहयोग करते थे.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पद्मश्री गुरु श्यामचरण पति के निधन पर दुख जताया है. उन्होंने कहा कि मन आहत है. छऊ नृत्य को अंतरराष्ट्रीय स्तर तक ले जाने में उनका विशेष योगदान रहा.
posted by : sameer oraon